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आज वर्ल्ड हेल्थ डे, मिलेट्स सेहत के लिए सबसे अच्छा:पैदल चलने से अच्छा कोई व्यायाम नहीं, दादी के नुस्खे भी अपनाएं

 

आज 7 अप्रैल को ‘वर्ल्ड हेल्थ डे’ है। तेजी से बढ़ती बीमारियों को लेकर लगातार जहां एक्सपर्ट्स खराब लाइफ स्टाइल, तनाव, धूम्रपान आदि कारण बताते हैं उसके साथ ही खानपान पर नियंत्रण, योग तथा इलाज के साथ दादा-दादी के नुस्खे अपनाने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि वे पहले जिस मोटे अनाज (मिलेट्स) का सेवन करते थे, वो गरीबों वाला नहीं, सेहत के लिए सबसे फायदेमंद है। खानपान में इससे अच्छा कुछ नहीं है।

‘दैनिक भास्कर’ ने बेहतर स्वास्थ्य कैसे रहे इसे लेकर डॉ. संदीप श्रीवास्तव (डायरेक्टर कार्डियेक सर्जरी, मेंदाता हॉस्पिटल), डॉ. दीपेश कोठारी (डायरेक्टर, वी वन हॉस्पिटल) व डॉ. संदीप जुल्का (डायबिटीज व हॉर्मोन एक्सपर्ट) से बात की। उन्होंने कहा कि बीते सालों में लाइफ स्टाइल बदलने से बच्चों से लेकर खासकर युवा ओबेसिटी, डायबिटीज, हायपरटेंशन, किडनी सहित कई बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। इन दिनों ज्यादा मामले कार्डियेक अरेस्ट के भी आ रहे हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने, खून का थक्का जमने आदि के पेशेंट्स बढ़ रहे हैं।

आखिर लोगों का स्वास्थ्य क्यों बिगड़ रहा है?

- सबसे बड़ी समस्या आज की लाइफ स्टाइल है। इसमें जंक फूड, धूम्रपान, व्यायाम नहीं करना, लम्बी सीटिंग आदि के चलते लोगों में हार्ट, ओबेसिटी, डायबिटीज, हायपरटेंशन, किडनी की बीमारी तो बढ़ ही रही है कैंसर के भी शिकार हो रहे हैं।

ऐसे में कैसे नियंत्रण किया जा सकता है?

- सबसे बड़ी जरूरत लाइफ स्टाइफ में सुधार की है। वह भी एक तरफा नहीं बल्कि इसमें मरीज, डॉक्टर, प्रशासन, समाज के साथ सोशलिंग में सुधार होना जरूरी है।

कैसे लाइफ स्टाइल सुधारी जा सकती है?

- खानपान पर नियंत्रण जरूरी है। लोग क्षमता से ज्यादा भोजन कर लेते हैं जो कम होना चाहिए। हेल्दी इटिंग बहुत आवश्यक है। नियमित व्यायाम भी बहुत जरूरी है।

ऐसा कौन सा व्यायाम है जो सहज और नुकसानदेह नहीं है?

- व्यायाम के लिए सबसे अच्छा तरीका नियमित वॉकिंग है। दरअसल इसके लिए कोई विशेष ट्रेनिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर या स्टेडियम की जरूरत नहीं होती। यदि रोज डेढ़ घंटा पैदल चले तो सेहत के लिए इससे अच्छा कुछ नहीं है यानी हेल्दी इटिंग, हेल्दी वॉकिंग।

सुबह पैदल चलने के फायदे क्या हैं?

- वॉकिंग से शरीर का वजन कम होता है तथा स्फूर्ति बनी रहती है। पैदल चलना हार्ट को मजबूत करता है, हाई ब्लड, शुगर कंट्रोल होता है तथा बेहतर नींद होती है।

खानपान में किस चीज पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है?

- लोग वे भोजन खाए जो आपके दादा-दादी, नाना-नानी खाते थे ताकि अच्छी सेहत के साथ अच्छी जिंदगी जी सके। पुराने लोग गेहूं के अलावा मक्का, ज्वार, बाजरा भी खाते थे। लोग इसे भूल गए हैं जबकि यह अच्छा अनाज है। सभी रोटी में सबसे बुरी मैदे की रोटी है। जितना रिफाइन (बारीक) अनाज होगा वह उतना नुकसानदायक है। मैदे से मतलब ब्रेड से है, इसका सेवन नहीं करना चाहिए। गेहूं सहित सभी अनाज की रोटियां बदल-बदलकर खाएं। मोटा अनाज गरीबों का भोजन नहीं है, यह लोगों को स्वस्थ रखने के लिए हैं।

अच्छी हेल्थ के लिए यह भी जानिए...

- संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 2023 ‘मिलेट्स ईयर’ के रूप में मनाया जा रहा है। खास बात यह कि इसका सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था। इंदौर में जनवरी में जी-20 सम्मेलन में एग्रीकल्चर वर्किंग कमेटी की बैठक में भी मोटे अनाज की थीम रखी गई थी। यहां मेले में अलग-अलग हिस्सों से किसान और कंपनियों ने शिरकत की और मिलेट्स पर जोर दिया था।

- देश में छह बार स्वच्छता का परचम लहराने वाले इंदौर का जोर अब स्वस्थ इंदौर पर है। इसके तहत 85 वार्डों में योग केंद्र खोले जा रहे हैं। करीब तीन माह पहले इसकी शुरुआत हो चुकी है और कई वार्डों में लोगों द्वारा केंद्रों पर नियमित योग किया जा रहा है।


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