Header Ads Widget

Responsive Advertisement

इंदौर बावड़ी कांड:NDRF बोली-बावड़ी में 30 फीट पानी था, गाद में सिर के बल धंसे थे बच्चों के शव; आखिरी शव साढ़े 5 घंटे में निकला

इंदौर के विभिन्न श्मशान घाटों पर 33 चिताएं जलीं। शोक में आधे दिन शहर बंद रहा। पटेल समाज ने एक साथ 11 शवों का अंतिम संस्कार किया। - Dainik Bhaskar

इंदौर के विभिन्न श्मशान घाटों पर 33 चिताएं जलीं। शोक में आधे दिन शहर बंद रहा। पटेल समाज ने एक साथ 11 शवों का अंतिम संस्कार किया।
  • मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष, सचिव पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज, दो अधिकारी निलंबित

इंदौर के पटेल नगर श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे में मृतकों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 36 हो गई। 19 घंटे लगातार चले रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी और एनडीआरएफ के जवानों ने आखिरी शव सुनील सोलंकी का निकाला। इस शव को निकालने में साढ़े पांच घंटे से ज्यादा का समय लगा, क्योंकि ये बावड़ी में काफी नीचे गहराई में धंसा था। इसके बाद घटनास्थल को टीन लगाकर सील कर दिया है। खास बात यह है कि जिस वृंदावन गार्डन में यह मंदिर बना है उसमें हो रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ सुनील लंबे समय से अभियान चला रहे थे।

वहीं पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर के अनुसार ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और सचिव के मुरलीकुमार सोमनानी के खिलाफ भादवि की धारा 304ए के तहत केस दर्ज किया है। रहवासियों का आक्रोश था कि मंदिर में अवैध निर्माण को लेकर कई बार जूनी इंदौर थाने और निगम को शिकायत की थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इधर, घटना से अक्रोशित कई लोगों आधा दिन व्यापार बंद रखा। वहीं, इस हादसे को लेकर निगम प्रशासन ने भवन अधिकारी आरपी अरोलिया व भवन निरीक्षक प्रभात तिवारी को निलंबित कर दिया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम अमले को शहर के कुएं, बावड़ी और नदियों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए।

घायलों से मिले शिवराज, बोले- दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान घायलाें का हाल जानने एप्पल अस्पताल पहुंचे। उन्हाेंने घायलाें से बात की और कहा कि चिंता न करें। सरकार इलाज में काेई कसर नहीं छाेड़ेगी। इसके बाद वे घटना स्थल पहुंचे। बाद में मीडिया से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। इसमें जिम्मेदारी तय की जाएगी। दाेषियाें पर सख्त कार्रवाई हाेगी। इसके अलावा प्रदेशभर में जहां भी कुएं-बावड़ी ढंके गए हैं, उनकी जांच शुरू करवा रहे हैं, ताकि ऐसी घटना फिर नहीं हो।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ