बावड़ी हादसे के बाद मूर्तियां अस्थायी मंदिर में स्थापित तकरने की कोशिश एक बार फिर तेज हो गई है। मंदिर समिति और हिंदु जागरण मंच इसकी रुपरेखा तैयार कर चुका है। अब प्रशासन से चर्चा बाकी है
प्रशासन से बात करने का बाद भी कोई हल नहीं निकलता है तो 21 को जुलूस निकालकर मूर्तियों को लाने और उसे अस्थायी मंदिर में स्थापित करने की बात कही जा रही है। अगर मूर्तियां नहीं मिलती है तो समिति व हिंदु जागरण मंच के लोग आमरण अनशन करेंगे।
श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे के बाद यहां पर मंदिर समिति के सदस्यों ने अस्थायी मंदिर तैयार कर दिया है। जहां पर भगवान की मूर्तियां स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। मूर्तियां स्थापित करने को लेकर कुछ दिनों पहले हिंदु जागरण मंच और मंदिर समिति के लोगों की एक बैठक हो गई है, जिसमें आगामी 21 मई को मूर्तियां स्थापित करना तय किया गया है।
सिंधी कॉलोनी चौराहे से निकलेंगे लोग
मंदिर समिति से मिली जानकारी के मुताबिक 21 मई की सुबह 9 बजे मंदिर समिति और हिंदु जागरण मंच के लोग यहां एकत्रित होकर मूर्तियां लेने निकलेंगे। बताया जा रहा है कि मूर्तियां कांटाफोड़ मंदिर में रखी है। इसलिए ये सभी लोग जुलूस के रूप में सिंधी कॉलोनी चौराहे से कांटाफोड़ मंदिर तक जाएंगे और वहां से मूर्तियां लाकर अस्थायी मंदिर में धूमधाम से विराजित करेंगे।
मूर्तियां नहीं मिली तो आमरण अनशन
समिति के लोगों ने बताया कि अगर मूर्तियां नहीं मिलती है तो सिंधी कॉलोनी चौराहे पर समिति व हिंदु जागरण मंच के लोग आमरण अनशन करेंगे। फिलहाल 15 लोगों की सूची तैयार की जा चुकी है, जो आमरण अनशन करेंगे। संभवत लोगों की संख्या बढ़ सकती है। इधर, देखा जाए तो मंदिर के अस्थायी निर्माण का काम पूरा हो चुका है। करीब दो से तीन दिन पहले आमरण अनशन को लेकर समिति और हिंदू जागरण मंच के लोगों के बीच चर्चा हो चुकी है।
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