- इंदौर की 312 पंचायतों व शहर में रवींद्र नाट्य गृह में हुआ आयोजन
इंदौर जिले की 38 ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन ने लाड़ली लक्ष्मी हितैषी पंचायत घोषित किया है। यह ऐसी पंचायतें हैं जहां पिछले एक साल में एक भी बाल विवाह नहीं हुआ। साथ ही स्कूल में भी यहां की 100 प्रतिशत बच्चियां स्कूल जा रही हैं और उनका टीकाकरण भी 100 प्रतिशत हुआ है।
सरकार ने मंगलवार को लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रदेशभर में उत्सव मनाया। इस योजना में इंदौर के पंजीयन 1.90 लाख हैं, वहीं लाड़ली बहना योजना में भी 4.39 लाख पंयीजन के साथ इंदौर प्रदेश में अव्वल है। कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि इन 38 ग्राम पंचायतों में लड़कियों के समग्र विकास और सुरक्षा के लिए अलग से बजट का आवंटन है। कलेक्टर के अनुसार बाल लिंगानुपात में सुधार, महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न स्तरों पर छात्रवृति देकर पढ़ाई जारी रखने जैसे विषय देखे गए। राज्यव्यापी आंकड़ों के अनुसार, इंदौर में ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ के तहत कुल 1.90 लाख लाभार्थी हैं, जबकि हर साल 14,039 पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई है। इंदौर के बाद जबलपुर (1.66 लाख), छिंदवाड़ा (1.60 लाख) तथा सागर जिले (1.54 लाख) का स्थान है।
सीएम हाउस में मना उत्सव, लाड़लियों ने संभाला मंच
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना को 16 साल पूर्ण हो रहे हैं। प्रदेश में 44 लाख 85 हजार से अधिक लखपति लाड़लियों का परिवार बन गया, यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। लाड़लियों ने मंच संभाला।
इंदौर की 312 पंचायतों व शहर में रवींद्र नाट्य गृह में हुआ आयोजन
जिले में लाड़ली लक्ष्मी दिवस के अवसर पर सभी 312 ग्राम पंचायतों, 9 नगर परिषदों, 4 जनपद पंचायत मुख्यालयों और जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में चयनित लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने सम्मानित किया। वहीं जिले का मुख्य कार्यक्रम रवींद्र नाट्य गृह में हुआा। इसमें सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, निगमायुक्त हर्षिका सिंह भी मौजूद थीं। इधर, स्कीम नंबर 140 स्थित लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में सांसद लालवानी व महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पौधारोपण किया। इस दौरान विधायक महेंद्र हर्डिया, कलेक्टर व लाड़ली लक्ष्मी बालिकाएं मौजूद थीं।
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