5वीं और 8वीं के रिजल्ट में हुई गलतियों का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे कई बच्चे हैं, जिन्हें सिर्फ एक विषय में फेल कर दिया, जबकि सभी विषय में अच्छे नंबर मिले हैं। गुजराती स्कूल के 8वीं के 16 विद्यार्थियों को गुजराती लैग्वेंज में फेल कर दिया गया है, जबकि यह सभी बच्चे अन्य विषयों में पास है।
गुजराती समाज मैनेजिंग मेंबर के नितेश पटेल ने बताया कि 8वीं की कॉपियों मूल्यांकन के लिए भोपाल गई थीं। भोपाल में एक भी गुजराती लैंग्वेज का स्कूल नहीं है। ऐसे में इन विषयों की कॉपी किसी अन्य विषय के शिक्षक ने जांची हैं। 16 में से किसी भी बच्चे को अन्य किसी विषय में सप्लीमेंट्री भी नहीं आई है। सभी शुरुआत से ही गुजराती लैंग्वेज पढ़ रहे हैं, ऐसे में उनका फेल होना समझ से परे है। अब ये बच्चे एक विषय को लेकर रिचैकिंग के लिए भटक रहे हैं।
एक ही क्लास के 24 विद्यार्थियों को साइंस में आई सप्लीमेंट्री
भारतीय विद्या मंदिर के एक ही क्लास के 24 विद्यार्थियों को 8वीं के साइंस में सप्लीमेंट्री मिली है। स्कूल संचालक प्रकाश शाह ने बताया कि जिन विद्यार्थियों को फेल किया गया है, उन सभी को अन्य विषयों में 60 में से 55 से अधिक नंबर मिले हैं।
राज्य शिक्षा केंद्र रिटोटलिंग की बात कर रहा है। तब तक हर विद्यार्थी परेशान होता रहेगा। अधिकारी पोर्टल पर नंबर में गेम कर रिजल्ट के प्रतिशत में सुधार कर देंगे, लेकिन उससे बच्चों की समस्या हल नहीं होगी। इसके लिए इंदौर में ही रिचैकिंग करनी चाहिए, ताकि छात्र को सुविधा हो सके। ऐसे कई विद्यार्थी है, जिन्हें अन्य स्कूलों में एडमिशन लेना है, लेकिन सप्लिमेंट्री के कारण वे एडमिशन नहीं ले पाएगा। कुछ अन्य स्कूलों के बच्चों का भी परीक्षा परीणाम इसी तरह से बिगड़ा है।
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