कॉलोनियों के रेट जोन बदलने के बाद अब बिल्डिंग शाखा ने नक्शा मंजूरी का शुल्क बढ़ा दिया है। यह लागत करीब डेढ़ गुना तक बढ़ी है। बजट में कोई नया शुल्क नहीं बढ़ाने के दावे किए थे, लेकिन 513 कॉलोनियों के रेट जोन बदल दिए थे। इसके बाद वहां पर संपत्तिकर भी बढ़ गया है। इन्हीं कॉलोनियों में अगर कोई नक्शा पास करवाने जाएगा ताे उसे डेढ़ से दो गुना फीस लग रही है।
पहले जहां किसी प्लॉट पर नर्मदा कैपिटल फंड 2 हजार लगता था, वह बढ़कर साढ़े 3 हजार हो गया है। 2 मंजिला आवासीय निर्माण पर 3 रुपए वर्गफीट लगते थे। अब 10 रुपए वर्गफीट लगेंगे। कमर्शियल के लिए 4 रुपए वर्गफीट निर्धारित था। अब 14 रुपए वर्गफीट कर दिया है। पटरी शुल्क प्लॉट के सामने स्थित सड़क की चौड़ाई के अनुसार लिया जाता था। अब कमर्शियल को 200 रुपए रनिंग मीटर देना होगा।
परिषद को अंधेरे में रखकर बढ़ाया शुल्क : निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा परिषद को अंधेरे में रखकर भवन अनुज्ञा शुल्क और उसके साथ लिए जाने वाले शुल्क को बढ़ाया गया है। हम इसके विरोध में सोमवार को निगमायुक्त से भी मुलाकात करेंगे।
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