इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर की दानपेटियां 5 महीने बाद सोमवार से खोली गई है। पहले दिन 8 दानपेटियां खोली गईं। इनमें चार मुख्य दानपेटियां हैं। इनसे पहले दिन 31 लाख रुपए का चढ़ावा निकला। 2000 हजार के नोट सौ से ज्यादा निकल चुके हैं। पिछली बार की गणना में इनकी संख्या 70 से 80 के बीच थी।
सोमवार को मंदिर की दानपेटियां खोली गई और काउंटिंग शुरू हुई तो इस बार अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड, सिंगापुर, UAE, नेपाल आदि देशों की भी काफी करेंसी निकली। इन करेंसी से अंदाजा लगाया गया है कि जनवरी में शहर में जो एनआरआई सम्मेलन हुआ था और उस दौरान जिन लोगों ने दर्शन किए थे तब ये करेंसी श्रद्धा व मन्नत स्वरूप चढ़ाई गई है।
इस बार मंदिर की काउंटिंग के लिए कुल 40 दानपेटियां हैं जिनकी गिनती होना है। पहले दिन मुख्य मंदिर की आठ दानपेटियां खोली गई और उसकी काउंटिंग शुरू हुई। हमेशा की तरह इस बार करीब 15 लोगों का स्टाफ नोटों को छांटने, उनकी गड्डी बनाने और गिनती में लगा रहा।
मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि पहले दिन आठ दानपेटियों से निकले नोटों की गिनती हुई। इस दौरान करीब 31 लाख रु. निकले। खास बात यह कि इसमें 2 हजार रु. के नोट जो पिछले माह बंद किए गए हैं, वे 100 (कीमत 2 लाख रु.) निकले।
इस बार दानपेटियों में ऑस्ट्रेलिया के 50-50 के 13, 20-20 के 5, 5-5 के 6 डॉलर निकले। इसी तरह अमेरिका के 10 का 1, 20 का 1, 1 का 4 और 100 का 1 डॉलर निकला। कनाडा के 20 का 1 डॉलर निकला। संयुक्त अमीरात के 100 के 2, 50 के 2 दिरहम निकले।
इंग्लैंड के 10 के 2 व 20 का एक पौंड निकला। इसी तरह नेपाल की करेंसी भी निकली। इससे अलावा चांदी के मुकुट, मोदक, पायजेब, बिस्किट आदि भी श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए थे जबकि सोने के जेवरात कम व छोटे आकार के थे।
इसके अलावा गणेशजी के नाम लिखे मन्नत के कई पत्र निकले जिसमें संबंधितों ने उनकी मुराद पूरी होने के लिए मन्नत की है। एक छात्रा ने पीएससी में सफलता के लिए 111 किलो के लड्डू चढ़ाने की मन्नत मांगी है। कुछ लोगों ने बीमारियों से निजात पाने के लिए मन्नत संबंध पत्र गणेशजी के नाम लिखे हैं।
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