Header Ads Widget

Responsive Advertisement

यशवंत क्लब में हाईप्रोफाइल विवाद:पूर्व चेयरमैन का बेटा व दूसरे का पोता निलंबित; 23 साल बाद फिर शुरू होगी YC में सदस्यता

यशवंत क्लब के पूर्व चेयरमैन पम्मी छाबड़ा के बेटे राजवीर को अनुशासनहीनता के चलते कार्यकारिणी ने एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। पूर्व चेयरमैन स्व. जेएस आनंद के पोते अर्जन आनंद को भी 7 दिन के लिए निलंबित किया है। कुछ दिन पहले क्लब के बिलियर्ड्स रूम में दोनों के बीच विवाद हुआ था। अपशब्दों के अलावा झूमाझटकी की नौबत आ गई थी। अन्य सदस्यों ने बीच-बचाव किया था।

बाद में सदस्यों ने शिकायत अध्यक्ष और सचिव से की थी। इस पर कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर निलंबन का सामूहिक फैसला लिया। चूंकि अर्जन के खिलाफ पहली बार इस तरह की शिकायत मिली थी, इसलिए उन्हें 7 दिन की सजा दी गई है, जबकि राजवीर एक बार पहले भी अनुशासनहीनता के चलते निलंबित हो चुके हैं।

राजवीर के खिलाफ जब पहले निलंबन की कार्रवाई हुई थी, तब पिता पम्मी छाबड़ा ही क्लब के चेयरमैन थे। क्लब की लीगल कमेटी के अध्यक्ष अजय बागड़िया ने बताया, क्लब परिसर में अभद्र व्यवहार के चलते राजवीर छाबड़ा और अर्जन आनंद को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है।

व्यक्तिगत सदस्यता फीस 20 लाख से अधिक होगी। कॉरपोरेट सदस्यता की फीस ही 15 लाख से अधिक है। मैनेजिंग कमेटी के फैसले के बाद क्लब को करीब 70 नए सदस्य और 4 करोड़ की आय होने की उम्मीद है।
व्यक्तिगत सदस्यता फीस 20 लाख से अधिक होगी। कॉरपोरेट सदस्यता की फीस ही 15 लाख से अधिक है। मैनेजिंग कमेटी के फैसले के बाद क्लब को करीब 70 नए सदस्य और 4 करोड़ की आय होने की उम्मीद है।

29 जून को एजीएम में एक बार फिर सदस्यता शुरू करने का प्रस्ताव रखेंगे

यशवंत क्लब में 29 जून को वार्षिक साधारण सभा रखी गई है। मैनेजिंग कमेटी मीटिंग में तारीख पर सहमति बन गई है। क्लब के 4 हजार से अधिक सदस्यों को इसकी सूचना भेजने का काम भी शुरू कर दिया गया है। मीटिंग के एजेंडे में सबसे अहम प्रस्ताव क्लब की करीब 23 साल से बंद सदस्यता एक बार फिर शुरू करने का है। क्लब में वर्ष 2000 से नई सदस्यता पर रोक लगी है।

इससे पहले भी कई बार सदस्यता शुरू करने के प्रस्ताव एजीएम और ईओजीएम में लाए जा चुके हैं, लेकिन सहमति नहीं बनी है। क्लब में नई सुविधाएं बढ़ाने, पुरानी को रिनोवेट करने से जुड़े प्रस्ताव भी सदस्यों के समक्ष रखे जाएंगे। व्यक्तिगत सदस्यता फीस 20 लाख से अधिक होगी। कॉरपोरेट सदस्यता की फीस ही 15 लाख से अधिक है।

पुराने सदस्यों के बच्चों को मिलेगी सदस्यता, 4 करोड़ की आय होने की उम्मीद

करीब 88 साल पुराने यशवंत क्लब को 23 साल बाद नए सदस्य मिलेंगे। इस बार भी क्लब के पुराने सदस्यों के उन बच्चों को मेंबरशिप मिलेगी, जिन्होंने 18 से 25 वर्ष की उम्र के बीच सदस्यता नहीं ली। मैनेजिंग कमेटी के फैसले के बाद क्लब को करीब 70 नए सदस्य और 4 करोड़ की आय होने की उम्मीद है। 26 फरवरी 2018 को क्लब की ईओजीएम (विशेष असाधारण सभा) में किए संविधान संशोधन के चलते सदस्यों के बच्चों को मेंबरशिप मिलेगी।

समय सीमा निकलने के बाद मेंबरशिप नहीं मिलती

क्लब के संविधान के मुताबिक सदस्यों के बच्चों को 18 से 25 साल की उम्र के बीच सदस्यता दी जाती है। समय सीमा निकलने के बाद मेंबरशिप नहीं मिलती। 2018 की ईओजीएम में सदस्यता लेने से चूके बच्चों को मेंबरशिप देने का फैसला किया था।

25 से 45 वर्ष वालों को 5 लाख और उनके बच्चों को 2.5 लाख रुपए में, जबकि 45 से अधिक उम्र वालों को 10 लाख और उनके बच्चों को 5 लाख रुपए में सदस्यता देने का प्रस्ताव पास हुआ था। 45 से अधिक उम्र वालों की मेंबरशिप के फैसले को सदस्य अनिल पटवा ने कोर्ट में चुनौती दी।

14 मई 2019 को कोर्ट का स्टे हटने के बावजूद तत्कालीन कार्यकारिणी ने सदस्यता शुरू नहीं की। लीगल कमेटी की अनुशंसा के बाद अब सदस्यता शुरू की।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ