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विभागीय तालमेल में ‘संक्रमण’:एमवाय में 4 दिन से लिवर, किडनी, ब्लड जांचें बंद; रोज 150 से ज्यादा मरीज परेशान

एमवाय अस्पताल में चार दिन से मरीजों की सामान्य जांचें भी नहीं हो पा रही हैं। - Dainik Bhaskar

एमवाय अस्पताल में चार दिन से मरीजों की सामान्य जांचें भी नहीं हो पा रही हैं।

एमवाय अस्पताल में चार दिन से मरीजों की सामान्य जांचें भी नहीं हो पा रही हैं। रोज 150 से ज्यादा मरीजों को भटकना पड़ रहा है। अस्पताल में जांचें नहीं होने से निजी लैब पर महंगे दामों में जांच करवाना पड़ रही है। कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जिनके पास जांच कराने के लिए पैसे नहीं होते। वे अस्पताल में ही मदद की गुहार लगा रहे हैं। जांच की पर्ची लेकर जब मरीज काउंटर पर पहुंचते हैं तो कह दिया जाता है कि यहां जांच नहीं होगी। सोमवार शाम को पीआईसीयू में भर्ती डेढ़ माह की बच्ची के लिए क्रिएटिनिन और सोडियम-पोटेशियम जांच करवाने के लिए कहा गया। पिता सैंपल लेकर कमरा नंबर 8 में गए तो वहां इनकार कर दिया गया। स्टाफ ने कहा कि जांच बंद है।

सवाल... ऑर्डर हो गया तो अब तक क्यों नहीं आया री-एजेंट
जांचें नहीं होने का बड़ा कारण री-एजेंट का नहीं होना है। री-एजेंट एक प्रकार का केमिकल होता है जो जांचों में इस्तेमाल होता है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर का कहना है, री-एजेंट कॉलेज प्रशासन की ओर से खरीदे जाते हैं। इसके ऑर्डर कर दिए गए हैं। वहीं कॉलेज प्रशासन का कहना है कि सात दिन पहले ही ऑर्डर हुए हैं। री-एजेंट की कोई दिक्कत नहीं है।

जांचें क्याें नहीं की जा रही हैं, इसका पता करवाएंगे। यह सारी जांचें बायोकेमिस्ट्री विभागाध्यक्ष डॉ. पूर्णिमा सरकार के निर्देशन में होती हैं। मरीजों को जांच सुविधा मुहैया करवाने का जिम्मा उन्हीं के विभाग का है। बावजूद आए दिन जांच बंद हो जाती हैं। जांचें क्यों नहीं हो रही, यह जानने के लिए डॉ. पूर्णिमा सरकार से बात करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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