लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में 28 दिन तक पद की लड़ाई चली। निर्माण कार्य कर जोड़ने का कार्य करने वाला लोक निर्माण विभाग इसलिए अखाड़ा बना रहा, क्योंकि उज्जैन में करीब 650 करोड़ के निर्माण व मेंटेनेंस के कार्य होना है या प्रस्तावित है। इसमें 100 से 160 करोड़ तक के एक-एक निर्माण कार्य भी होना है। पीडब्ल्यूडी में ईई बनने या बने रहने की लड़ाई 15 मई-2023 से शुरू हुई, जो कि करीब 28 दिन तक चली। इसमें तीन बार नए ईई चार्ज लेने के लिए इंदौर से उज्जैन आए पर उन्हें चार्ज नहीं मिला और आखिरकार उनकी वापसी इंदौर हो गई। बारिश के पहले सड़कों का डामरीकरण का कार्य किया जाना है।
पद की इस लड़ाई में पूर्व से पदस्थ ईई और एसई पद के प्रभारी जीपी पटेल जीत गए और 15 मई को शासन के आदेश से लोक निर्माण विभाग में अतिरिक्त चार्ज देकर ईई बनाए गए जेके मीणा की इंदौर में वापसी हो गई। ईई पटेल को फाइनेंशियल पॉवर भी मिल गए हैं। पीडब्ल्यूडी में पद की लड़ाई आखिर क्यों... जिसकी बड़ी और प्रमुख वजह उज्जैन में चल रहे निर्माण कार्य और प्रस्तावित निर्माण कार्य। इनमें करीब 650 करोड़ तक के निर्माण होना है। इन कार्यों में सबसे बड़ा कार्य आउटर रिंग रोड का है।
इसमें करीब 40 किमी में आउटर रिंग रोड बनाई जाना है, जो कि तपोभूमि से शुरू होकर बड़नगर रोड को क्राॅस करते हुए आगर रोड व गरोठ-उज्जैन फोरलेन को कनेक्ट करेगी। जिस पर करीब 160 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा सिंहस्थ सब डिवीजन में करीब 100 से 150 करोड़ तक के कार्य व मेंटेनेंस आदि कार्य होना है। इसके अलावा हामूखेड़ी से इंदौर रोड पर तपोभूमि तक टू-लेन का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इस पर करीब 39 करोड़ रुपए खर्च होना है। चुनावी साल में सांसद निधि व विधायक निधि के अलावा सीआरएफ से भी निर्माण कार्य होना है। जनप्रतिनिधि निर्माण कार्यों की राशि स्वीकृत करवाकर जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाने में जुटे हैं।
करोड़ों रुपयों के ये निर्माण कार्य होंगे...
1. सिंहस्थ सब डिवीजन में करीब 150 करोड़ के निर्माण, इसके अधीन केंद्रीय जेल भैरवगढ़, मुनिनगर आवासीय कॉलोनी व इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस के मकान व कॉलेज बिल्डिंग भी आते हैं। 2. देवास रोड स्थित सर्किट हाउस व रेस्ट हाउस का सालाना खर्च 5-6 करोड़ रुपए। 3. आउटर रिंग रोड का 40 किमी में निर्माण होगा, जो कि तपोभूमि से चंदेसरी से होते हुए आगर रोड व गरोठ-उज्जैन फोरलेन को कनेक्ट करेगा। इस पर करीब 160 करोड़ रुपए खर्च होगा। 4. सीआरएफ के अंतर्गत फतेहाबाद की सड़क के निर्माण पर 48 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 5. हनुमान बाग में 34 लाख की सड़क का निर्माण। 6. गढ़कालिका माता मंदिर से ओखलेश्वर तक 1.50 करोड़ से सड़क का निर्माण। 7. ज्ञानेश्वरी माता मंदिर से एमआर-5 रोड तक 2.33 करोड़ से सड़क बनाई जाएगी। 8. शनि मंदिर से चिंतामण मंदिर की कनेक्टिविटी की सड़क का निर्माण 1 करोड़ से होगा। 9. महिदपुर में महूखेड़ी की सड़क 1.36 करोड़ से बनेगी। 10. दूधाखेड़ी से सांवराखेड़ी तक की सड़क 1.58 करोड़ से बनेगी। इसके अलावा भी अन्य काम है।
पदस्थी अस्थायी व आंतरिक व्यवस्था रही
"ईई की पदस्थ अस्थायी व आंतरिक व्यवस्था थी। इसके पालन में कठिनाई रही। बाकी कोई वजह नहीं रही।"
-योगेंद्र बागोले, सीई, पीडब्ल्यूडी
शासन आदेश पर 3 बार चार्ज लेने गया
"शासन के आदेश के पालन में मैं तीन बार चार्ज लेने के लिए पहुंचा था। मुझे चार्ज नहीं मिल पाया तो एक तरफा चार्ज लेना पड़ा और इसी बीच संशोधित आदेश जारी हो गए।"
-जेके मीणा, एसई, पीडब्ल्यूडी
वरिष्ठ अफसरों को अवगत कराया
"पीडब्ल्यूडी के फील्ड का अनुभव नहीं है। बारिश के पहले सड़कों का डामरीकरण किया जाना है, ताकि सड़कें ठीक हो सके और लोगों को आवागमन में आसानी हो सकेगी। जिसे देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाया गया।"
-जेपी पटेल, ईई, पीडब्ल्यूडी
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