चार दिन पूर्व पलासिया चौराहे पर नशे के खिलाफ प्रदर्शन करने बैठे बजरंगियों पर लाठीचार्ज हुआ था, इस मामले में सोमवार को बजरंग दल इंदौर के प्रमुख तन्नू उर्फ लक्ष्मीनारायण सहित करीब 10 लोगों के बयान दर्ज किए गए। पूरी घटना के वीडियो व सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फुटेज भी एडीजी विपिन माहेश्वरी ने मंगवाए हैं।
सरकार के निर्देश पर जांच के लिए भोपाल से आए एडीजी विपिन माहेश्वरी ने सोमवार को पुलिस की फर्स्ट बटालियन स्थित ऑफिसर मेस में 10 कार्यकर्ताओं के बयान लिए। एक कार्यकर्ता राजेश बिंजवे लाठीचार्ज में घायल होने के बाद से अस्पताल में है, उनके बयान शेष हैं। तन्नू शर्मा ने बताया पुलिस ने शहर में सक्रिय ड्रग माफियाओं के कहने पर लाठी से जानलेवा हमला किया। इसके पीछे कांग्रेस के उन नेताओं का भी हाथ है जो ड्रग्स पैडलर्स व नशा बेचने वालों को पनाह देते हैं। डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया ने प्रदर्शन के बीच आकर लाठी चार्ज के निर्देश दिए थे। उन पर और लाठी चार्ज में शामिल सभी पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले का केस दर्ज
बजरंगियों ने दिए एक जैसे बयान, बोले हमने मारपीट नहीं की
एडीजी माहेश्वरी के समक्ष बजरंग दल के जिन 10 लोगों के बयान हुए हैं, उन सभी ने यही कहा कि हमारा प्रदर्शन शांति पूर्ण ढंग से चल रहा था। हमने कोई मारपीट नहीं की, न ही कोई पथराव किया। पलासिया टीआई के द्वारा ठीक तरह से बर्ताव न करने के बाद ही हम लोग चौराहे पर पहुंचे थे। यहां पुलिस ने हम पर लाठियां बरसाईं, उसके बाद हंगामा हुआ। हमारे कार्यकर्ताओं को बेहरमी से पीटकर गिरफ्तार किया। बजरंग दल की ओर से किसी ने पथराव नहीं किया।
एसीपी और टीआई पर गिर सकती है गाज
जिस बेरहमी से लाठीचार्ज हुआ है, उसे लेकर पूरे मामले में एक डीसीपी व टीआई पर ही कार्रवाई हुई है, इससे बजरंग दल के नेता नाराज हैं। वे इस मांग पर अड़े हैं कि लाठीचार्ज के आदेश देने वाले डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया और टीआई पलासिया संजय बैस को बर्खास्त करें। साथ ही लाठी चार्ज में शामिल एएसपी और अन्य थानों के टीआई पर भी जानलेवा हमले का केस दर्ज किया जाए। आगामी चुनाव को देखते हुए बजरंगियों को शांत करने के लिए लाठी चार्ज में शामिल अन्य अधिकारियों पर गाज गिरने की आशंका है।
0 टिप्पणियाँ