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जीवन में जीत-हार का जितना सामना करेंगे, आप उतने ही सफल होंगे - एमएस धोनी

  • क्रिकेटर एमएस धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को एक बार फिर आईपीएल के शिखर पर पहुंचाया, इसी वजह से वे चर्चा में हैं।

लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि उन्हें दिन के 24 घंटे कम पड़ते हैं। लोगों को लगता है कि जिंदगी उन पर जुल्म ढा रही है। कई दफा आप सोचते हैं कि काश दिन में कुछ घंटे और जुड़ जाते। मेरी सोच थोड़ी अलग है। मुझे लगता है कि 24 घंटे पर्याप्त वक्त है। दिक्कत केवल वक्त को मैनेज करने की है। इतने समय में आप आसानी से खेल सकते हैं, पढ़ सकते हैं, आराम कर सकते हैं। सिर्फ वक्त की इज्जत कीजिए, उसे बर्बाद नहीं होने दीजिए। वक्त की खूबसूरती ही यह है कि वो हमेशा अच्छा होता है। आप उसे बुरा महसूस करके खराब बनाते हैं। हर वक्त अच्छा है... जब आप सीख रहे हैं वो भी अच्छा है ...और जब सीखे हुए का उपयोग कर रहे हैं, वो भी बढ़िया है। मैं मैच जीत रहा हूं तो वक्त को सेलिब्रेट कर रहा हूं। मैं अगर मैच हार गया तो मैं कुछ सीख रहा हूं। मैं हर समय का आनंद लेता हूं। दरअसल, नतीजे हम पर प्रेशर डालते हैं। क्या होगा अगर ऐसा हुआ? क्या होगा अगर हम यह मैच नहीं जीते? क्या होगा अगर हम चुने नहीं गए? चिंता हमेशा उसकी कीजिए, जिसे आप नियंत्रित कर सकते हैं। अगर हम ऐसा कर पाएंगे तो ही मनचाहे नतीजे हासिल कर पाएंगे। मनचाहे परिणाम हासिल नहीं हुए तो कम से कम हम सुधार तो ला सकेंगे। हम अपने प्लान को बदल पाएंगे, अच्छे-से लागू कर पाएंगे। हमें खुद को साबित करने के मौके तो मिलते ही रहेंगे। परिणाम के बारे में सोचते रहना आपको बढ़िया रिजल्ट नहीं दे सकता। टारगेट पर निगाह रखिए लेकिन उसकी तरफ छोटे-छोटे कदम बढ़ाइए। इतना जरूर सोचिए कि क्या किया जाना है, कैसे बेहतर किया जा सकता है, मैं क्या अतिरिक्त कर सकता हूं... यही बातें आपको मनचाहे परिणामों तक ले जाएंगी। हमेशा याद रखिए, जितनी ज्यादा जीत और हार का सामना आप करेंगे, जिंदगी में उतने ज्यादा सफल होते जाएंगे।

बुरा वक्त हमें एक बेहतर इंसान बनाता है
मैं मानता हूं कि काम में सफलता और बेहतर इंसान बनने के लिए आपके मन में बड़ों के लिए आदर भाव जरूरी है। विनम्र रहने की कोशिश करें। आप एक भव्य इमारत में जब प्रवेश करते हैं, तो मान लेते हैं कि यहां मिलने वाला कोई भी इंसान किसी कंपनी का एमडी हो सकता है। आप हर किसी से एक-सा व्यवहार करेंगे। जिंदगी भी यही है। दिक्कतों को मुस्कराते हुए झेल गए तो सफल होंगे। हम बुरे वक्त को कोसते हैं, लेकिन यही बुरा समय हमें बेहतर इंसान बनाता है।

बदलें नहीं, बेहतर होने की कोशिश करें
मैंने कभी खुद को बदलने की कोशिश नहीं की, केवल बेहतर करने की कोशिश की। मैंने चीजों को जितना हो सका, उतना सरल किया। ईमानदारी ही सरलता की पहली सीढ़ी है। जीवन में कुछ मूल्य और आदर्श जरूर होना चाहिए, यही जिंदगी को दिशा देते हैं और आखिर तक साथ नहीं छोड़ते।

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