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इंदौर में आए 2 और नए मेहमान, देखिए पहली झलक:15 साल की शेरनी मेघा छठी बार बनी मां, अब तक 20 शावकों को जन्म दिया

इंदौर के चिड़ियाघर (जू) में शेरनी ने दो शावकों को जन्म दिया है। नवजात शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। वे अपनी मां मेघा से एक मिनट भी दूर नहीं हो रहे हैं। शेरनी गुरुवार सुबह से ही गुफा से बाहर नहीं निकल रही है। इस कारण दोनों ही शावक गुफा के अंदर ही हैं। 

शेरनी मेघा ने गुरुवार 10 अगस्त को इन शावकों को जन्म दिया। इस दिन विश्व शेर दिवस (वर्ल्ड लॉयन डे) भी मनाया जाता है। शावकों का जन्म होने से ये दिन चिड़ियाघर के लिए और खास हो गया। चिड़ियाघर में शेरों की संख्या सात से बढ़कर 9 तक हो गई है।

इंदौर चिड़ियाघर प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि 10 अगस्त को चिड़ियाघर में मेघा नाम की शेरनी ने दो शावकों को जन्म दिया है। यह चिड़ियाघर की अकेली ऐसी शेरनी है जो अपने हर शावक की बहुत केयर करती है। चिड़ियाघर प्रशासन ने शेरनी और दोनों शावकों को अलग बाड़े में रखा है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।

मेघा 6 बार में 20 शावकों को दे चुकी है जन्म

डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि चिड़ियाघर में हमारे पास मेघा और आकाश का पेयर अल्फा मेल और अल्फा फिमेल पेयर है। इन्होंने ही दो शावकों को जन्म दिया है। मेघा की उम्र 15 साल है। शेरनी का बीडिंग साइकिल 13 साल की उम्र के बाद कमजोर होने लगती ही। दावा किया गया कि चिड़ियाघर में अच्छी डाइट और केयरिंग के कारण ही वह 15 साल की उम्र में भी दो शावकों को जन्म दे सकी है।

दोनों शावकों की मां मेघा। इंदौर चिड़ियाघर में मेघा और आकाश को 2013 में बिलासपुर से एनीमल एक्सचेंज के तहत लाया गया था। तब से अब तक यानी 10 सालों में मेघा चिड़ियाघर में 6 बार मे 20 शावक को जन्म दे चुकी हैं। मेघा की उम्र 15 साल है और आकाश की उम्र 17 साल है।
दोनों शावकों की मां मेघा। इंदौर चिड़ियाघर में मेघा और आकाश को 2013 में बिलासपुर से एनीमल एक्सचेंज के तहत लाया गया था। तब से अब तक यानी 10 सालों में मेघा चिड़ियाघर में 6 बार मे 20 शावक को जन्म दे चुकी हैं। मेघा की उम्र 15 साल है और आकाश की उम्र 17 साल है।

मेघा के 16 शावक के बदले इंदौर चिड़ियाघर को मिले 175 वन्य प्राणी

जू क्यूरेटर निहार पारूलेकर ने बताया के चिड़ियाघर में वन प्राणियों की संख्या बढ़ाने में मेघा का महत्वपूर्ण रोल है। मेघा के शावक एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भिवानी, राजकोट, रांची, जामनगर, बिलासपुर और चंडीगढ़ सहित अन्य कई जू में गए हैं। इंदौर चिड़ियाघर से मेघा के 16 शावक देश के अलग-अलग जू में भेजे गए हैं। जहां से लगभग 175 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी एनीमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इंदौर चिड़ियाघर लाए गए हैं।

चिड़ियाघर में नौ टाइगर, पांच शेर और 30 घड़ियाल

कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय से एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जनवरी 2023 में पांच शेर, पांच टाइगर, आठ घड़ियाल और एक जोड़ी लोमड़ी बाहर भेजी गई थी। इन्हें ग्रीन जूलॉजिकल गार्डन जामनगर की 25 सदस्यीय टीम तीन विशेष एनिमल एम्बुलेंस से ले गई थीं। इसके बाद से नए दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी, बंदर और एनाकोंडा सहित कई प्रजातियों के सांपों के आने का रास्ता भी खुल गया था। जल्द ही लोग चिड़ियाघर में 60 प्रजातियों के 150 पक्षी, बंदर और सांप देख सकेंगे। जामनगर को बाघ, शेर और घड़ियाल देने के बाद भी स्थानीय चिड़ियाघर में नौ टाइगर, पांच शेर और 30 घड़ियाल अभी भी हैं। उसी में से एक शेरनी सुंदरी ने शावक जन्म दिए हैं।

चिड़ियाघर में प्रवेश शुल्क 20 रुपए

भारतीय नागरिकों के लिए इंदौर के चिड़ियाघर में प्रवेश शुल्क 20 रुपए है। वहीं, विदेशी पर्यटकों के लिए कीमत 100 रुपए रखी गई है। इसके अलावा चिड़ियाघर में स्टिल कैमरा और पाइंट शूट कैमरे से फोटो के लिए 50 रुपए चुकाने होंगे। डीएसएलआर कैमरे से फोटो के लिए 100 रुपए देने होंगे।

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इंदौर जू यानी कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय मौसम साफ होते ही पहले के मुकाबले अब ज्यादा गुलजार होने लगा है। यहां प्राणियों की संख्या बढ़ने के बाद से शनिवार के दिन पर्यटकों की भीड़ दोगुनी हो गई। रविवार को और क्राउड रहने की संभावना है।

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