राजबाड़ा क्षेत्र के बाजारों, सड़कों व फुटपाथ पर पटरी और रेहड़ी लगाने वालों और व्यापारियों के बीच विवाद व मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले 6 महीने में अलग-अलग विवादों से जुड़ी 40 से अधिक शिकायतें व्यापारी सराफा थाने में दर्ज करा चुके हैं। तीन गंभीर मामलों में तो एफआईआर तक हो गई है। बावजूद इसके घटनाएं कम नहीं हो रही हैं।
सोमवार को व्यापारी को जान से मारने की धमकी के विरोध में रेडीमेड गारमेंट कारोबार से जुड़े 600 व्यापारियों ने आधे दिन (दोपहर 1 बजे तक) दुकानें और कारोबार बंद रखा। घटनाओं को लेकर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से मुलाकात कर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। व्यापारी पवन पंवार को धमकी देने वाले आरोपियों के खिलाफ सराफा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई। इसके बाद आरोपी शानू, समीर और अशोक को गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसे ही विवाद में करीब तीन महीने पहले एक व्यापारी पर चाकू से हमला किया गया था।
13 बाजार एसोसिएशन 3 साल से कर रहे संघर्ष
रिटेल गारमेंट एसो. के अध्यक्ष अक्षय जैन का कहना है सड़कों और फुटपाथ पर अवैध कब्जा कर रेहड़ी और पटरियां लगाने को लेकर राजबाड़ा क्षेत्र के 13 बाजार एसोसिएशन पिछले तीन साल से संघर्ष कर रहे हैं। कुछ दिन निगम की टीम कार्रवाई करती है बाद में वही हालात हो जाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है निगम की रिमूवल टीम भी फुटपाथ पर कब्जा करने वालों के साथ गठजोड़ कर लेती है। हमारे व्यापारी शिकायत करते हैं तो वे कब्जेधारी को जानकारी दे देते हैं और वे व्यापारियों को धमकाते हैं। सचिव महेश गौर का कहना है यदि अब स्थायी हल नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है बाजारों में व्यापारियों की सुरक्षा अहम मुद्दा है, इसमें कहीं कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
चेतावनी- सुरक्षा नहीं तो टैक्स नहीं
इस मामले में रेडीमेड गारमेंट सहित सुभाष चौक, सराफा, शकर बाजार, मारोठिया, सांठा बाजार सहित क्षेत्र के सभी व्यापारिक एसोसिएशन लंबे समय से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इस विषय पर एक याचिका हाई कोर्ट में विचाराधीन है। व्यापारियों का कहना है अब यदि बाजारों में हमें सुरक्षा नहीं मिलेगी तो हम सरकार को टैक्स नहीं देंगे। संभवत: मंगलवार को इस मुद्दे पर सभी बाजार एसोसिएशन की सामूहिक बैठक होगी और आगे की रणनीति तय होगी।
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