इन दिनों शहर में नगर निगम के खुदाई अभियान ने रहवासियों के लिए आफत खड़ी कर दी है। किसी न किसी काम के लिए चाहे जहां सड़क खोद दी जाती है। अब ड्रेनेज, पानी व स्टॉर्म वाटर लाइनें डालने के लिए यहां-वहां सड़कें खोदी जा रही हैं।
ताजा मामला पीपल्याहाना सर्कल से सटी, वार्ड 50 के तहत आने वाली आईडीए की कॉलोनी का है। यहां करीब 200 परिवार परेशान हो रहे हैं। पांच महीने पहले ही निगम ने यहां सीमेंट-कांक्रीट की सड़क बनाई थी। हैरानी यह है कि स्टॉर्म वाटर लाइन ही डालना भूल गए। पीपल्याहाना ब्रिज के पास आईडीए की कॉलोनी में बारिश के चलते हाल बुरे हैं। दो इंच बारिश में ही घरों के सामने पानी जमा हाे रहा है। इससे पहले ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी।
दर्जनों शिकायतें करने के बावजूद नगर निगम में सुनवाई नहीं हो रही है। कुछ परिवार इतने परेशान हो चुके हैं कि दो हफ्ते से एप-311 पर शिकायत कर रहे हैं, लेकिन वहां रिस्पांस नहीं मिल रहा है। कंट्रोल रूम पर फोन लगा रहे हैं, लेकिन सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिकायत में यह भी कहा गया कि जोनल कार्यालय के अधिकारी फोन नहीं उठाते। स्वच्छता में नंबर वन होने के साथ स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही जा रही है। लेकिन, अधिकारी जनता की परेशानी सुन ही नहीं रहे, सिस्टम का बहाना बनाकर समस्या से आंख मूंदी जा रही है।
जेसीबी ड्राइवर ने ड्रेनेज लाइन फोड़ दी
स्कीम-78 के रहवासी इन दिनों परेशानी में हैं। यहां जलजमाव की दिक्कतों के कारण निगम स्टॉर्म वाटर लाइन डलवा रहा है। काम तो शुरू हुआ, लेकिन ठेकेदार की जेसीबी जब चली तो ड्रेनेज लाइन क्षतिग्रस्त कर दी। जब लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई तो जवाब मिला कि यहां ड्रेनेज लाइन होने की उन्हें जानकारी नहीं थी। स्टॉर्म वाटर लाइन जब डालेगी, तब डलेगी, लेकिन अभी ड्रेनेज लाइन क्षतिग्रस्त होने से नई परेशानी पैदा हो गई है। ऊपर से सड़क भी खुदी पड़ी है। यहां करीब 200 परिवार परेशान हो रहे हैं। उनके घरों में ड्रेनेज लाइनें चोक हो रही हैं। मौके पर आने वाले निगम अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है।
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