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इंदौर मेट्रो ट्रेन:ट्रायल रन के लिए सभी काम 10 सितंबर तक पूरे करना होंगे, पांचों स्टेशन की टेस्टिंग पूरी, आज से थर्ड रेल चार्जिंग शुरू होगी

सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर 24 घंटे चल रहा काम। - Dainik Bhaskar

मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के लिए सभी तरह के काम 10 सितंबर तक पूरे करने की समय सीमा तय की गई है। इसे देखते हुए गांधी नगर स्थित डिपो पर सिविल वर्क, स्टेशन, बिजली और ट्रेन की टेस्टिंग का काम चल रहा है।

सोमवार को गांधी नगर स्टेशन से टीसीएच चौराहे तक के स्टेशन को चार्ज कर दिया गया। इन पांचों स्टेशनों पर टेस्टिंग की गई। डिपो यार्ड में स्टिंजर का काम भी पूरा कर लिया गया। हालांंकि सिविल वर्क अभी पूरा नहीं हुआ है।

एमपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) थर्ड रेल प्रणाली पर पर काम करेगा। कानपुर, कोलकाता, बेंगलुरू में इस प्रणाली पर मेट्रो का संचालन किया जा रहा है। कल्पतरू को इसका जिम्मा दिया गया है। ट्रायल रन के मद्देनजर सोमवार शाम तक एससी-3 स्टेशन को भी चार्ज कर लिया गया।

इंजीनियरों की टीम ने टेस्टिंग की। जहां-जहां ट्रेन चलेगी, उन सभी जगह को चार्ज कर लिया गया। टेस्टिंग भी हो चुकी है। गांधी नगर में जहां से बिजली जाना है, उसे भी चार्ज कर दिया गया है। मंगलवार को डिपो से आगे ट्रैक पर थर्ड रेल को चार्ज करने का काम होगा। फिर इसकी टेस्टिंग होगी। अस्थायी रूप से टीसीएच के पास एक सेंटर बनाया गया है, वहां से बिजली मिलेगी।

थर्ड रेल प्रणाली यानी ओएचई की जगह पटरी से करंट सप्लाय

ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) प्रणाली की जगह इंदौर मेट्रो में पटरियों के समानांतर एक तीसरी रेल (पटरी) का प्रयोग किया जा रहा है। ओएचई में ऊपर तार दिखाई देते हैं। ट्रेन छत पर लगे पैंटोग्राफ से ऊर्जा लेकर चलती है, जबकि थर्ड रेल प्रणाली में ट्रैक के समानांतर बिछाई गई तीसरी पटरी से ऊर्जा लेकर चलती है।

750 वोल्ट डीसी करंट पर इसका संचालन किया जाता है। तीसरी रेल प्रणाली का उपयोग आम तौर पर मेट्रो या रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में किया जाता है। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने उज्जैन के जैतपुरा स्थित अल्ट्रा-हाई-वोल्टेज पॉवर ग्रिड से 17 किलोमीटर लंबी बिजली पैंथर लाइन से बिजली कनेक्शन दिया है।

मेट्रो कॉरपोरेशन ने एयरपोर्ट के सामने स्टेशन के लिए प्रशासन से मांगी जमीन

मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के जीएम अजय कुमार सोमवार दोपहर कलेक्टर इलैया राजा टी. से मिले। दरअसल, मेट्रो को गांधी नगर से आगे बढ़ाने के लिए एयरपोर्ट के सामने जमीन की जरूरत है। एयरपोर्ट के सामने मेट्रो स्टेशन बनेगा और उसी से सब-वे के माध्यम से एयरपोर्ट को जोड़ा जाएगा, ताकि यात्री मेट्रो स्टेशन से सीधे एयरपोर्ट तक जा सकें। इस प्रोजेक्ट के तहत नवोदय विद्यालय, बीएसएफ, वन विभाग और एयरपोर्ट अथाॅरिटी की जमीन आ रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी को राज्य सरकार ने लीज पर जमीन दी है।


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