कहीं पेमेंट तो कहीं अतिक्रमण की वजह से सड़कों के प्रोजेक्ट प्रभावित हो रहे हैं। नगर निगम ने तीन सड़कों को बनाने के लिए 8 से 9 बार टेंडर जारी किए, लेकिन कोई ठेकेदार निर्माण करने को राजी नहीं है। उधर, बाधाओं के चलते इंदौर-खंडवा रोड का काम तेजाजीनगर से 14 किमी दूर दतौदा में 4 महीने से अटका पड़ा है।
कई काम ठेकेदारों ने एक साल पहले से ले लिए हैं, लेकिन शुरू नहीं किए। यही स्थिति सभी 85 वार्डों में आ रही है। जब ठेकेदार से पूछा तो बोले कि हमारे पास पैसा नहीं है और निगम ने पुराने प्रोजेक्ट का पैसा जारी नहीं किया है। वार्ड 62 में ही रजत जयंती स्कूल और सिंधी हायर सेकंडरी स्कूल का टेंडर निगम जारी कर चुका है।
वर्क ऑर्डर हो गया, लेकिन काम शुरू नहीं किया। दोनों टेंडर 80 लाख व 60 लाख में लिए गए थे। एक पूर्व पार्षद का परिवार भी यही काम करता है। उनके यहां दो वार्डों के 13 काम ले लिए, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं किए हैं। एक साल बीत गया है। कई बार बोला गया लेकिन काम नहीं करना चाहते।
इन सड़कों को बनाने कोई राजी नहीं
- वार्ड 62 में गाड़ी अड्डा ब्रिज से हाथीपाला मेन रोड तक मुख्य सड़क के लिए 9वीं बार टेंडर बुलाना पड़ रहे हैं। 1 करोड़ 65 लाख में यह सड़क बनना है। कभी ठेकेदार ने ज्यादा राशि टेंडर में डाली तो यह निरस्त हो गया तो कहीं ठेकेदार नहीं मिले।
- वार्ड 60 में खातीपुरा से जवाहर मार्ग तक लिंक रोड के लिए 8वीं बार निविदा बुलवाई गई है। 1 करोड़ 75 लाख से काम होना है। चंद्रभागा ब्रिज से कलालकुई मस्जिद रोड का टेंडर निरस्त हो गया। अब 7वीं बार निविदा बुलवाई गई है।
- कलाकुई मस्जिद रोड बनाने के लिए 4 बार टेंडर जारी होने के बाद भी ठेकेदार नहीं मिला। पांचवीं बार टेंडर जारी करने पर ठेकेदार तो मिला, लेकिन उसने रोड बनाने की लागत से 19 प्रतिशत अधिक राशि का टेंडर डाल दिया। निगम ने टेंडर निरस्त कर छठी बार निविदा बुलवाई।
मुआवजा लेकर भी जमीन खाली नहीं की, काम रुका
एनएचएआई द्वारा इंदौर से खंडवा तक बनाए जा रहे 6 लेन हाईवे का निर्माण शुरू हुए एक साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी भी कई हिस्सों में बाधा के चलते काम रुका हुआ है। कहीं धर्मस्थल हैं तो कहीं खेती की जमीन। तेजाजी नगर से 14 किमी दूर दतौदा में अतिक्रमण हटाने के लिए एनएचएआई 4 महीने से प्रशासन से मदद माग रहा। कुछ अतिक्रमण प्रशासन द्वारा पिछले महीनों में हटा दिए गए हैं वहीं कुछ स्थान पर नहीं हटे हैं। इसी कारण 2 अंडरपास का काम भी अटका हुआ है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि इनमें ऐसी जमीन शामिल है, जिनके मालिकों ने क्षतिपूर्ति राशि शासन से ले ली है, लेकिन जमीन खाली नहीं की है।
भेरूघाट टनल में हो रही शॉटक्रिटिंग, कांक्रीट स्प्रे कर रहे
इंदौर-खंडवा रोड के तेजाजी नगर से बलवाड़ा के हिस्से में 31% काम पूरा हुआ है। इसी हिस्से में एनएचएआई द्वारा दो टनल का निर्माण भी किया जा रहा है। भेरूघाट पर बनाई जा रही टनल में हैडिंग का काम हो चुका है और अब बेंचिंग का काम किया जा रहा है। इसमें टनल के निचले हिस्से को खोदा जा रहा है। ऊपरी हिस्से में हैडिंग होने के बाद अब टनल में शॉटक्रिटिंग की जा रही है। इसमें एक मशीन की सहायता से टनल की अंदरूनी छत पर कांक्रीट स्प्रे किया जा रहा है। चोरल पर बनने वाली टनल में दोनों तरफ की प्रारंभिक खुदाई की जा रही है।
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