- किताबों से जानिए रात में काम करने से क्यों बेहतर है दिन में काम करना, कैसे अपनी इच्छाओं को काबू में रख सकते हैं?
रात में नहीं, सुबह ही होता है सर्वश्रेष्ठ काम
जो जल्दी सोता, जल्दी उठता है उसके पास स्वास्थ्य, पैसा और बुद्धि रहती है। इस कहावत को नजरअंदाज किया जाता है। लोग तर्क देते हैं कि रात की शांति में वो ज्यादा काम कर पाते हैं। ये तर्क लचर है। सुबह चार बजे उठने पर भी शांति रहती है और उसमें काम अपेक्षाकृत बेहतर होता है। सुबह काम की गति तेज होती है क्योंकि शरीर और दिमाग दोनों तरोताजा होते हैं।स्वयं की कीमत जानना भी आवश्यक होता है
व्यक्ति को स्वयं के बारे में अच्छी तरह जान लेना चाहिए। अक्सर हम लोग अपनी कीमत अन्य लोगों के नजरिए से आंकते हैं। अपनी कीमत स्वयं की आंतरिक समृद्धता से आंकनी चाहिए। हम अंदर से जितने मजबूत हैं, जितना आत्मविश्वास हममें है, हमारी कीमत उसी अनुपात में होगी। इसलिए हमें अधिक मजबूत संकल्प शक्ति के साथ अपने प्रयासों में जुट जाना चाहिए।इच्छाओं पर कैसे नियंत्रण हासिल करें
सभी उपलब्धियों का प्रारंभिक बिंदु इच्छा है। इसे लगातार दिमाग में रखें। कमजोर इच्छाएं कमजोर परिणाम लाती हैं। यदि आप खुद में दृढ़ता की कमी पाते हैं, तो अपनी इच्छा पर पूरा नियंत्रण हासिल करें। शुरुआत में धीरे-धीरे बढ़ते हुए फिर अपनी गति बढ़ाते हुए, अपनी मानसिक जड़ता तोड़कर बाहर निकलें। ऐसा लगातार करें, कोई फर्क नहीं पड़ता यदि शुरुआत में गति धीमी है।तनाव से किस तरह जीत सकते हैं आप
ज्यादातर कामों में स्ट्रेस होता ही है। अगर न हो तो काम उबाऊ हो जाएगा। स्ट्रेस तब दिखाई देता है जब हमारा बरताव बदल जाता है। जो लोग हमेशा धैर्यवान रहे हैं, वो धैर्य खोने लगते हैं। शांत लोग तनाव से भर जाते हैं। स्ट्रेस से निबटने के लिए खुद पर फोकस करें। आराम करें, शेप में रहें, नियमित व्यायाम करें।
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