सुख और दुख का आना-जाना लगा रहता है। ये हमारे कर्मों पर और हमारे निर्णयों पर निर्भर करता है कि हमें सुख मिलेंगे या दुख। दुखों से बचना चाहते हैं तो कभी भी निराशा में, ईर्ष्या में, प्रसन्नता में और जल्दबाजी में बड़े निर्णय नहीं लेने चाहिए। इन परिस्थितियों में बिना सोच-विचार किए लिए गए निर्णय हमारी परेशानियां बढ़ा सकते हैं।
यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स...
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