फर्जी मार्कशीट पर लगाम, होगी सेवन लेवल सुरक्षा
इंदौर. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट के मामले सामने आने के बाद अंकसूची को सुरक्षित करने का फैसला लिया है। विश्वविद्यालय मार्कशीट के लिए सेवन लेवल सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। इसके लिए जल्द काम शुरू होगा।
सुरक्षा उपायों के तहत मार्कशीट में आउटलाइन, वाटरमार्क, क्यूआर कोड, बारकोड, कागज की गुणवत्ता जैसे कई बदलाव किए जाएंगे। इसके बाद विश्वविद्यालय की मार्कशीट की नकल नहीं की जा सकेगी। अभी मार्कशीट तैयार करने में विश्वविद्यालय को 5 से 10 रुपए खर्च आता है। इसे सिक्योर करने में छपाई का खर्च 25 से 30 रुपए तक आएगा। इसके साथ ही विवि मार्कशीट का कागज बदलने की भी तैयारी कर रहा है। इससे विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। परीक्षा के दौरान उनसे राशि वसूली जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि मुख्य के अलावा पूरक और एटीकेटी में अंकसूची दी जाती है। ऐसे में हर साल 10 लाख अंकसूचियों की आवश्यकता पड़ेगी। विवि के परीक्षा नियंत्रक अशेष तिवारी ने बताया कि फर्जी मार्कशीट के मामले बढ़ने के बाद इसे सिक्योर करने की तैयारी चल रही है। मार्कशीट पर सिक्योरिटी फीचर्स डालने के साथ ही कागज में भी बदलाव किया जाएगा।
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