इंदौर जिले में विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिये व्यापक तैयारियां जारी है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आज यहां संपन्न हई बैठक में निर्वाचन की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिये नियुक्त नोडल अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की। यह बैठक तीन सत्रों में आयोजित की गई। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण गंभीरता के साथ भारत निर्वाचन आयोग के नियम और निर्देशों के तहत करें। कार्यों में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतीं जाये। नियुक्त किये गये हैं। बैठक में उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे टीम भावना, आपसी समन्वय एवं सामजंस्य के साथ कार्य करें। अपने दायित्वों का निर्वहन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गये निर्देशों और निर्धारित समयसीमा में सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती वंदना शर्मा, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर.पी. अहिरवार, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना लोवंशी, श्री रोशन राय, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राजेन्द्र रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। तीन सत्रों में संपन्न हुई इस बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्वाचन के दौरान लगने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या, उनके प्रशिक्षण, मतदान दलों को सामग्री वितरण तथा उसकी प्राप्ति, मतदान दलों के परिवहन आदि की समीक्षा की। उन्होंने निर्वाचन के दौरान उपयोग किये जाने वाले विभिन्न पोर्टलों, ऑनलाइन व्यवस्था, आईटी प्लान, स्वीप अभियान, कानून व्यवस्था, डाक मतपत्रों की व्यवस्था, स्ट्रांग रूम प्रबंधन, प्रेक्षक प्रबंधन, शिकायत निवारण एवं हेल्पलाइन सेंटर की व्यवस्था, कम्युनिकेशन प्लान, व्यय लेखा प्रबंधन, आदर्श आचरण संहिता के पालन कराने तथा संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत की जाने वाली कार्यवाहियों के संबंध में समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि निर्वाचन के दौरान उम्मीदवारों तथा राजनैतिक दलों को लगने वाली अनुमतियों और एनओसी देने के लिये एकल खिड़की व्यवस्था की गई है। इसके लिये ऑनलाइन आवेदन लेकर उसका त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जायेगा। अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान खर्च किये जाने वाली राशि के संधारण के लिये व्यय लेखा दल का गठन कर लिया गया हैं। यह दल विधानसभ क्षेत्रवार रहेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिये की सुक्ष्मता के साथ व्यय का आकलन कर अभ्यर्थियों और राजनैतिक दलों के खाते में दर्ज किया जाये। बताया गया कि जिले में निर्वाचन के दौरान मतदान दलों सहित अन्य दलों में 18 हजार 386 अधिकारी/कर्मचारियों की सेवाएं ली जायेंगी। प्रशिक्षण का कार्य विभिन्न चरणों में होल्कर साइंस कॉलेज में होगा। इसके लिये 28 कक्ष तैयार किये जा रहे हैं।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि आदर्श आचरण संहिता लागू होते ही उसका पालन शुरू करा दिया जाये। आदर्श आचरण संहिता लागू होने के तुरंत पश्चात संपत्ति विरूपण अधिनियम का भी पालन सुनिश्चित कराया जाये। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी सतर्क एवं सजग रहें की आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन नहीं हो। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गये आदेश निर्देशों का सुक्ष्मता के साथ अध्ययन करें। इसके आधार पर समय-सीमा में कार्य करें। कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही और उदासीनता नहीं बरती जाये। समय-सीमा का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने स्वीप अभियान के तहत निर्देश दिये कि इस अभियान को प्रभावी रूप से चलाया जाये। स्वीप अभियान में नवाचार और रचनात्मकता लायें। यह प्रयास करें कि अधिक से अधिक मतदाता मताधिकार का उपयोग करें। उन्होंने दिव्यांगों और 80 वर्ष से उपर के मतदाताओं के घरों के पहुंचकर मतदान कराने की व्यवस्था की समीक्षा भी की।
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