36 घंटे से चले आ रहे महिलाओं के निर्जला उपवास का हुआ समापन
उगते भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य, पति की लंबी उम्र की कामना
देवास। पूर्वोत्तर भारतीय समाज द्वारा मनाए जाने वाले चार दिवसीय छठ महोत्सव का सोमवार को समापन हुआ। सोमवार को उगते भगवान सूर्यदेव को विधिवत अर्घ्य देकर पूजन-अर्चन किया गया और विधिवत समापन किया गया। अखिल भारतीय पूर्वोत्तर समाज समिति के अध्यक्ष एडवोकेट प्रकाश सिंह ने बताया पूर्वोत्तर भारतीय समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में छठ महोत्सव का पूजन-अर्चन किया। शहर के मीठा तालाब व शिप्रा नदी के घाट पर हजारों समाजजनों व सभी व्रतधारियों ने ठेकुआ, प्रसाद व अन्य फल-फूल को सूप में रखकर पूजन किया। इसके बाद भगवान सूर्य देव को दूध और जल से अर्घ्य दिया।
रातभर किया घाट पर पूजन-भजनअध्यक्ष सिंह ने बताया शिप्रा नदी तट पर दोनों ओर के घाटों पर लगभग 5000 से ज्यादा लोगों ने पूजन कर अर्घ्य दिया। शिप्रा घाट पर अमोना निवासी फूल कुमारी देवी, किरण सिंह, आशा सिंह, अनीता सिंह, रजत तिवारी, विकास सिंह, अरविंद मुखिया, नित्यानंद तिवारी, अशोक सिंह आदि ने परिवार व बच्चों के साथ रातभर घाट पर रहकर पूजन-अर्चन व भजन किए। सुबह भगवान सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया। विधिवत व्रत का प्रसाद ग्रहण कर समापन किया गया।
कुंड बनाकर भी की पूजा-अर्चनाउधर बड़ी संख्या में ढांचा भवन, मुखर्जी नगर, कैलादेवी मंदिर के पास, गंगानगर में भी लोगों ने अपने घरों पर कुंड की व्यवस्था कर उसमें खड़े होकर विधिवत भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देकर पूजन किया। अपनी भूलों का प्रायश्चित भगवान सूर्य देव से करते हुए घर परिवार और समाज की सफलता के मंगल कामना की।
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