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कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी क्यों छुपाई, चुनाव आयोग ने मांगा स्पष्टीकरण

 निर्वाचन अधिकारी सक्रिय: कांग्रेस ने बढ़ाई घेराबंदी, केंद्रीय चुनाव आयोग तक शिकायत

रेप और फरारी मामले की जानकारी छिपाने वाले इंदौर-1 से भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के मुश्किलें बढ़ती जा रही है। आदर्श आचार संहिता तोडऩे के मामले में आयोग ने नोटिस जारी कर विजयवर्गीय से स्पष्टीकरण मांगा है। दो मामलों में जारी नोटिस का संबंध उनके दोनों बेटों से है।

दूसरी ओर कांग्रेस ने कैलाश के चुनाव आयोग से रेप और फरारी प्रकरण की जानकारी छिपाने पर घेराबंदी तेज कर दी है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक शिकायत की गई है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया, भोपाल में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और दिल्ली में भी चुनाव आयोग को शिकायत भेजी गई है।

रिटर्निंग ऑफिसर ओम नारायण की शिकायत आयोग से

विजयवर्गीय के शपथ-पत्र में पश्चिम बंगाल गैंग रेप व स्थाई फरारी वारंट की जानकारी छिपाने का मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने इंदौर-1 के रिटर्निंग ऑफिसर ओम नारायण सिंह की शिकायत कर सुनवाई करने के आदेश देने की मांग की। शुक्ला के वकील सौरभ मिश्रा ने रिटर्निग ऑफिसर सिंह से आपत्ति की थी, लेकिन खारिज कर दिया गया। ई-मेल से शिकायत के साथ दिल्ली की कांग्रेस कमेटी की लीगल सेल ने पत्र भी जमा कराया। आयोग से फिर विचार करने की मांग की।

छोटा बेटा कल्पेश ने गरबा पांडाल में बांटे गिफ्ट

कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने आयोग को शिकायत दी थी कि जनता कॉलोनी के एक कार्यक्रम में कैलाश के छोटे बेटे कल्पेश ने मंच से गिफ्ट बांटे। वीडियो पेश करते हुए शुक्ला ने बताया कि क्षेत्र के सभी गरबा पांडालों में कैलाश ने मतदाताओं को लुभाने के लिए यह कृत्य किया।

बड़ा बेटा आकाश ने संतों को सौंपे लिफाफे

29 अक्टूबर को चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर कैलाश के बड़े बेटे आकाश विधायक ने संतों को लिफाफे बांटे थे। इसके वीडियो और फोटो वायर हुए थे। इसी दिन नगीन नगर के एक घर से भाजपा के चुनाव चिह्न की साडिय़ां बांटने का मामला भी सामने आया।

संबंधित से मांगा है जवाब

गरबा पांडाल में पुरस्कार बांटने पर संबंधित व्यक्ति से जवाब मांगा है। शनिवार को डिटेल रिपोर्ट आएगी। कार्यालय उद्धघाटन पर संतों को लिफाफे बांटने की शिकायत नहीं मिली है। फिर भी संज्ञान लेकर रिटर्निंग अधिकारी को जांच करने कहा है।

- डॉ. इलैयाराजा टी, जिला निर्वाचन अधिकारी, इंदौर



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