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गंदगी फैलाने पर 100 रुपए का लगाया फाइन, दुबई में जमकर हुई स्वच्छ इंदौर मॉडल की तारीफ

सड़क पर थूकने वाले को सबक सिखाने महापौर ने भरा 100 रुपए का स्पॉट फाइन
- बेपटरी होती सफाई व्यवस्था पर सख्ती, निगम अफसरों के साथ सड़कों पर उतरे भार्गव

इंदौर। शहर की सफाई व्यवस्था पिछले कुछ समय से बेपटरी है। अफसरों की मॉनिटरिंग कम होने से कई क्षेत्रों में दो-दो दिन कचरा नहीं उठ रहा है। बाजारों और कॉलोनियों में सफाई नहीं हो रही है। कई जगह डस्टबिन नदारद हैं तो कुछ जगह ये टूट गए हैं। निगम की टीम डस्टबिन को समय पर खाली भी नहीं कर रही है, जिससे बाहर कचरा जमा हो रहा है। आचार संहिता खत्म होते ही बुधवार सुबह महापौर पुष्यमित्र भार्गव निगम अफसरों के साथ सड़कों पर उतरे और बाजारों में गंदगी देख भड़क गए।

उन्होंने अफसरों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। दौरे के दौरान एक व्यक्ति सड़क पर थूकते दिखा तो महापौर ने नाराजगी जताते हुए स्पॉट फाइन करने को कहा। व्यक्ति ने जब आनाकानी की तो महापौर ने समझाइश दी और उसे सबक सिखाने के लिए खुद 100 रुपए का स्पॉट फाइन जमा किया

दुबई के शेख बोले-हमारे देश जैसा साफ-सुथरा है इंदौर

महापौर ने पांच वार्डों का औचक निरीक्षण करने के साथ दोपहर में निगम अफसरों के साथ बैठक कर सफाई व्यवस्था की समीक्षा की। भार्गव ने बताया कि इंदौर की स्वच्छता को बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। दुबई प्रवास के दौरान दुबई के शेख व अन्य रहवासियों ने कहा कि दुबई की तरह ही इंदौर में भी स्वच्छता है। ऐसे शब्द हमारे लिए गर्व की बात है। देश ही नहीं, विदेश में भी इंदौर स्वच्छता का मॉडल है। स्वच्छता कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सड़क या खुले में कचरा फेंकने वालों और थूकने वालों पर सख्ती से चालानी कार्रवाई की जाएगी।

दुकानदारों को फोन लगाकर दी समझाइश

निरीक्षण के दौरान महापौर ने दुकानदारों और रहवासियों से अपील की कि वे कचरा डस्टबिन में ही रखें और कचरा संग्रहण वाहन में डालें। कुछ दुकानदारों को फोन लगाकर भी समझाइश दी। अधिकारियों से कहा कि यहां-वहां कचरा फेंकने वालों को पहले समझाएं। वे नहीं मानें तो चालानी कार्रवाई करें। सभी सीएसआइ व दरोगा को निर्देशित किया कि जोन और वार्ड क्षेत्र में सफाई कार्य का लगातार निरीक्षण करें। स्वीपिंग मशीन से होने वाली सफाई की मॉनीटरिंग की जाए।

कचरा वाहन के निर्धारित रूट व समय पर पहुंचने पर भी नजर रखी जाए।समीक्षा बैठक में महापौर ने निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मचारियों की कार्य स्थल पर ही उपस्थित दर्ज हो। उपस्थित दर्ज कराने के बाद कार्य स्थल से गायब रहने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करें। सभी जोन की शराब दुकानों व उसके आसपास की दुकानों पर कचरा मिलने पर एक सप्ताह तक समझाइश दें और फिर सख्त एक्शन लें।

वाहन न पहुंचने की प्रतिदिन दस शिकायतें

कचरा वाहन रोज नहीं पहुंचने की शिकायतें कई कॉलोनियों से ऑनलाइन दर्ज हो रही हैं। 311 हेल्पलाइन पर प्रतिदिन 10 से अधिक शिकायतें आती हैं। यहां से शिकायतकर्ताओं को वाहन खराब होने की जानकारी मिलती है।

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