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Cyber Fraud : साइबर ठगी बढ़ी, 400 से 1000 रुपए में बेचा जा रहा है आपका डेबिट और क्रेडिट कार्ड डेटा

 Cyber Fraud : - निवेश, ऑफर क्रेडिट या डेबिट कार्ड अपडेट के नाम पर लाखों की लगा रहे चपत

- इंदौर-उज्जैन के उपभोक्ताओं का डेटा 6,8,10 डॉलर में बिक रहा, बैंक को किया अलर्ट

Cyber Fraud : इंटरनेट की दुनिया में धोखाधड़ी का खेल बेखौफ जारी है। कहीं निवेश और ऑफर का लालच देकर ठगी कर रहे हैं तो कहीं क्रेडिट या डेबिट कार्ड के नाम झांसा देकर खाते से हजारों से लाखों रुपए तक उड़ाए जा रहे हैं। हर बार साइबर अपराधी नए तरीके से जनता को ठगने के टारगेट पर काम कर रहे हैं। पिछले पांच साल से मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2023 की बात करें तो बड़ी संख्या में शिकायतें क्राइम ब्रांच के साथ ही थानों पर भी पहुंची हैं। पुलिस ने अज्ञात नंबर से कॉल करने वाले पर केस दर्ज कर कार्रवाई की इतिश्री कर ली।

2023 में क्रेडिट कार्ड के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज

1- जनवरी में एरोड्रम थाना पुलिस को दो ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतें मिलीं। दोनों ही फ्रॉड में क्रेडिट कार्ड से हजारों रुपए निकाल लिए गए। फरियादी राजेश ने शिकायत दर्ज कराई थी। उनके क्रेडिट कार्ड से 45,765 रुपए निकाल लिए गए। आरोपियों ने क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने के लिए ओटीपी मांगा था, जिसके बाद खाते से यह रकम निकाली गई। शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

2- दूसरी शिकायत भी एरोड्रम थाना क्षेत्र से ही पुलिस को मिली। फरियादी मनीषा वाजपेयी ने पुलिस को कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद आवेदिका ने सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया तो पुलिस ने पीड़िता की शिकायत दर्ज की।

3- अप्रैल में लसूडिया पुलिस ने करीब एक दर्जन फरियादियों की शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। आरोपियों ने ऑनलाइन बिल जमा करने से लेकर वर्क फ्रॉम होम सहित कई लुभावने वायदे कर लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की। व्हाट्सएप पर मैसेज कर घर में ही रहकर काम कर अच्छा पैसा कमाने, घर पर ही रहकर ऑनलाइन बिल जमा करने और क्रेडिट कार्ड बनाने तक के वादे किए गए और उसके बाद उनके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। मामले में पुलिस ने कई लोगों की शिकायत पर संयुक्त रूप से धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज कीं।

अनजान कॉल पर बिना जानकारी दिए ही खाते से निकल गए 91 हजार रुपए

सोमवार यानी 11 दिसंबर को विजय नगर पुलिस ने ऐसी ही एक और शिकायत पर जांच के बाद केस दर्ज किया है। फरियादी राजू सिंह ने बताया, 14 जून 2023 को अनजान युवती के नंबर से फोन आया था। उसने अपना नाम पिंकी बताकर बजाज फिनसर्व डीबीएस बैंक से बात करने की जानकारी दी। उसके बाद कहा कि कंपनी की ओर से क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए अच्छा ऑफर चल रहा है। काम में व्यस्त होने के कारण उससे बात नहीं की, लेकिन कुछ देर बाद खाते से रुपए 91 हजार 168 रुपए कटने का मैसेज आ गया, जबकि उसे कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी।

इंटरनेट पर सबसे ज्यादा भारतीय डेटा उपलब्ध

विशेषज्ञों का मानना है कि इंटरनेट की दुनिया आम आदमी की सोच और समझ से कहीं ज्यादा बड़ी है। आम व्यक्ति इसका केवल एक छोटा सा उपयोग करता है, जबकि इंटरनेट की दुनिया में कई ऐसे बड़े राज छुपे हुए हैं, जिसका ज्यादातर लोगों को अंदाजा भी नहीं है।एसपी साइबर सेल जितेंद्र सिंह बताते हैं कि सोशल मीडिया पर भारतीय बैंकों के उपभोक्ताओं के बड़ी मात्रा क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड का डेटा खरीदा और बेचा जाता है। कुछ शिकायतों पर कार्रवाई के दौरान सामने आया है कि इंदौर-उज्जैन के उपभोक्ताओं का किसी भी क्रेडिट और डेबिट कार्ड का डेटा 6,8,10 डॉलर लगभग 400 से 1000 रुपए में बिक रहा है। जानकारी के बाद एक रशियन वेब साइट का नाम सामने आया था, जिस पर साढ़े चार लाख से ज्यादा भारतीयों का डेटा बिक रहा था। तुरंत संबंधित बैंक को सूचना दी गई।

इनका कहना है

अधिकांश शिकायतों में सामने आया है कि आरोपी इंटरनेट की दुनिया से ऑनलाइन ठगी के लिए डेटा खरीद कर धोखाधड़ी करते हैं। संदेही कम कीमत में क्रेडिट कार्ड का डेटा लेकर उससे 70 हजार तक का भुगतान तक कर लेते हैं। इंदौर-उज्जैन को मिलाकर पिछले सालों में क्रेडिट और डेबिट कार्ड का डेटा खरीद कर उसका उपयोग करने के आधा दर्जन से ज्यादा केस सामने आए हैं।

- जितेंद्र सिंह, एसपी साइबर सेल

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