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PM विश्वकर्मा योजना 18 ट्रेड में निशुल्क प्रशिक्षण, प्रतिदिन भत्ता, 15 हजार की टूल किट 3 लाख बिना गारंटी के लोन, जानिए पूरी योजना

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक पेशों से जुड़े कारीगरो को निशुल्क में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद उन्हें मिलेगी ये सुविधाये। जानिए पूरी योजना

PM विश्वकर्मा योजना 18 ट्रेड में निशुल्क प्रशिक्षण, प्रतिदिन भत्ता, 15 हजार की टूल किट 3 लाख बिना गारंटी के लोन, जानिए पूरी योजना
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो पारंपरिक पेशों से जुड़े कारीगरों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। योजना के तहत पारंपरिक पेशों से जुड़े युवाओं कारीगरों को 18 ट्रेडों में निशुल्क एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें 5 सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें टूल किट खरीदने के लिए 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा उन्हें अपना रोजगार स्थापित करने के लिए 1 लाख से लेकर 3 लाख रुपए तक बैंकों के माध्यम से बिना गारंटी के लोन दिलाया जाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत देश के पारंपरिक कारीगरों मसलन कारपेंटर नाई, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगर दर्जी सहित हस्तशिल्प सहित 18 तरह के पेशों से जुड़े कारीगरों और इससे संबंधित युवाओं को निशुल्क में एक सप्ताह का प्रशिक्षण देकर उन्हें टूल किट खरीदने के लिए 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके बाद रोजगार स्थापित करने के लिए दो किस्तों में 3 लाख तक 5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से बिना गारंटी के बैंकों के माध्यम से लोन दिलाया जाएगा। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों को श्रमिक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदकों का त्रिस्तरीय सत्यापन होने के बाद उन्हें योजना का लाभ दिया जाएगा। इसमें ग्रामीण और शहरी निकायों के सत्यापन की अलग-अलग व्यवस्था है। ग्रामीण में ग्राम्य विकास और पंचायती राज विभाग को सत्यापन का जिम्मा मिला है। तो शहरी क्षेत्रों में प्रथम स्तरीय सत्यापन अधिशासी अधिकारी ईओ करेंगे।
उपायुक्त उद्योग बोले-15 सौ के सापेक्ष 907 आवेदन मिले हो रहा सत्यापन

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के विषय में जानकारी देते हुए उपायुक्त उद्योग बाबूराम यादव ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर 2023 को शुरू किया था। इसमें हमारे जो परंपरागत कारीगर हैं। हस्तशिल्प श्रमिक हैं। उनको 18 ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर टूल किट खरीदने के लिए प्रशिक्षण के बाद 20 हजार रुपये का ई- वाउचर दिया जाएगा। उन्हें अपना रोजगार स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का लोन भी दिया जाएगा। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि हमारे जो ट्रेड हैं उसमें बढ़ई, लोहार, मोची प्लंबर मैकेनिक, राजगीर मिस्त्री, मूर्तिकार नाव बनाने वाले मिस्त्री शामिल है। उन्होंने बताया कि जिले का 15 सौ का लक्ष्य है। जिसके सापेक्ष 907 आवेदन प्राप्त किए हैं। उनका सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के लिए ग्राम प्रधानों को आईडी पासवर्ड भेजा गया है। लेकिन इसकी प्रगति अभी बहुत धीमी है करीब 7 से 10 ग्राम प्रधानों ने अभी मात्र सत्यापन किया है  

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