कलेक्टर श्री आशीष सिंह के नेतृत्व में जिला कोषालय इंदौर में ई-ऑफिस प्रणाली की हुई शुरुआत
इंदौर का जिला कोषालय अब इंदौर संभाग का पहला ई-ऑफिस बन गया है। कोषालय में समस्त कार्य पेपरलेस संपादित किये जाएंगे। समस्त नोट शीट एवं पत्राचार जिला कोषालय में इलेक्ट्रॉनिक पद्धति से प्रचलित होंगे। पत्रों को स्कैन कर नोट शीट के माध्यम से आवक शाखा से लेकर वरिष्ठ जिला कोषालय अधिकारी से अनुमोदित होकर वरिष्ठ एवं अन्य संबंधित कार्यालय में ऑनलाइन ही भेजे जाएंगे। आयुक्त कोष एवं लेखा श्री ज्ञानेश्वर बी. पाटील के निर्देशानुसार एवं संचालक कोष एवं लेखा श्री राजीव सक्सेना के मार्गदर्शन तथा कलेक्टर श्री आशीष सिंह के नेतृत्व में जिला कोषालय इंदौर में ई-ऑफिस की शुरुआत की गई है।
जिला कोषालय इंदौर की वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्रीमती मोनिका कटारे ने बताया कि ई-ऑफिस से पेपरवर्क कम होगा एवं समस्त दस्तावेज स्थायी रिकॉर्ड के रूप में संधारित किया जा सकेगा, जो प्रत्येक स्तर पर समान रूप से उपलब्ध रहेगा। इस संबंध में वरिष्ठ कोषालय अधिकारी के निर्देशन में सिस्टम मैनेजर श्री मनीष दुबे द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। समस्त स्टाफ के एनआईसी के ई-मेल एड्रेस बनाये जा चुके हैं। आने वाले समय में ई-ऑफिस प्रक्रिया को सामान्य व्यवहार में लाया जाएगा एवं पूर्ण रूप से पेपर वर्क कोषालय में बंद कर दिया जाएगा।
*यह होंगे फायदे*
वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्रीमती मोनिका कटारे ने बताया कि ई-ऑफिस प्रणाली से कागज की बचत होगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। ऑनलाईन रिकॉर्ड होने से किसी भी स्तर का फेरबदल नहीं किया जा सकेगा। किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा में भी रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा।
*वर्तमान में यह थी प्रक्रिया*
वर्तमान में अन्य कार्यालयों से आने वाले दस्तावेज आवक-जावक शाखा में भौतिक रूप से सबमिट किए जाते थे, जिसके बाद अधिनस्थों के माध्यम से उस कागज को भौतिक नस्ती पर प्रस्तुत कर एक टेबल से दूसरी टेबल पर भेजी जाती थी। इससे ना केवल अत्यधिक कागजी कार्यवाही होती थी, साथ ही अधिक समय भी लगता था। अब कागज और समय दोनों की बचत होगी और कार्य में तेजी आयेगी।
0 टिप्पणियाँ