Header Ads Widget

Responsive Advertisement

उन आवाजों को खुद तक न पहुंचने दें, जो कहती हों ‘ये नहीं हो सकता’ - मुकेश अंबानी

  • टाइम की ‘100 टॉप कंपनी’ की लिस्ट में मुकेश अंबानी की रिलायंस भी शामिल है। सफलता को वे किस तरह से देखते हैं और कैसे मुकाम हासिल करते हैं, उन्हीं की जुबानी...
  • अक्सर लोग समस्याओं से भागते हैं। लेकिन बतौर उद्योगपति मैंने महसूस किया है कि समस्याओं को ढूंढना सबसे खास है ...और फिर उनका निराकरण करना। मैं खुशनसीब रहा कि ‘इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी’ में मुझे प्रो. शर्मा जैसे टीचर मिले। वो हमेशा कहा करते थे कि मैं आप लोगों को समस्याओं की कोई लिस्ट नहीं देने वाला हूं, जिसे आप लें और उस पर काम करें। मैं तो आपको नंबर उसी आधार पर दूंगा, जिस स्तर की आपने समस्या खोजी है और जिस स्तर का उसका हल सुझाया है। हर उद्यमी पर यही बात लागू होती है कि समस्या का हल सबकुछ नहीं है, समस्या को ढूंढना बड़ा काम है। असल समस्या ढूंढ लेंगे तो हल भी पा लेंगे। आज हम जिस दौर में जी रहे हैं, वो हर लिहाज से अद्भुत है। हम जिस दिशा में मेहनत करेंगे, वहां मुकाम बना लेंगे। कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, आपको समर्पित होना ही होगा। रातोंरात सफलता जैसी कोई चीज नहीं होती। सफलता की राह में आपकी मुलाकात असफलताओं से भी होगी। यह बेहद सामान्य है। लोग तो मेरी असफलताओं के बारे में भी नहीं जानते हैं कि मैं सफल होने से पहले कितनी बार फेल हुआ। लेकिन कभी असफलताओं से विचलित नहीं हुआ। मैंने उनसे सीखा कि हार नहीं मानना है। आप अपने काम में लगे रहिए। कुछ मत देखिए, कुछ मत सुनिए कि दुनिया क्या देख-बोल रही है। हेडफोन में मिलने वाले नॉइस कैंसिलेशन फीचर की तरह उन आवाजों को कान तक मत पहुंचने दीजिए, जो कह रही हों कि ‘यह नहीं हो सकता’। आपके हेडफोन में केवल सकारात्मक धुन बजनी चाहिए। आपके हेडफोन में आपकी धुन बजनी चाहिए। इस धुन पर चलते हुए आप रिस्क लीजिए। जो रिस्क लेता है, वही इतिहास रचता है। दुनिया को जो चाहिए उसका आविष्कार करें, सृजन करें। करोड़ों की जिंदगी संवारने की कोशिश करना चाहते हैं, तो रिस्क लेनी ही होगी। हमेशा सकारात्मक रहें, आशावादी रहें। उद्यमी के लिए जरूरी है कि वो अपने संस्थान में एक कल्चर को जन्म दे। लगभग दो दशकों से हमने टैलेंट में इनवेस्ट करना सीखा है। हम हमारे लोगों की स्किल्स बढ़ाने में, उनके अनुभवों पर इनवेस्ट कर रहे हैं। इससे वे अपनी बात दमदारी से रख पाएंगे। खुद का भरोसा मजबूत कर पाएंगे। रिस्क ले पाएंगे और रिजल्ट दे पाएंगे। काम ऐसा करें कि लोग जानने के लिए उत्सुक हों आप क्या हो, न कि आपको लोगों को बताने की जरूरत पड़े कि आप क्या करते हैं। कुछ अलग करके ही आप यह उत्सुकता जगा सकते हैं।

    आपके जीवन का हर लम्हा खास होना चाहिए
    अक्सर खास लम्हों की तलाश में लोग पूरी जिंदगी बसर कर देते हैं। अपनी पत्नी से मैंने यह सीखा है कि हर पल ही खास होता है। जिंदगी और है क्या... हर लम्हे को आप खास या महत्वपूर्ण बना लें, बस यही तो आना चाहिए। कुल मिलाकर जिंदगी में आप यादें ही तो संजोते हैं।
    (विभि​न्न इंटरव्यूज में भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी)


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ