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श्रीराम मंदिर पंचकुईया इंदौर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव:302 वर्षों से चल रही गुरु गादी पंरपरा निभाई, रामगोपालदासजी महाराज का पाद पूजन किया

पंचकुइया स्थित श्री राम मंदिर आश्रम मे गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया। 302 वर्षाें की प्राचीन गुरू गादी परंपरा का निर्वहन हुआ। गुरू पूर्णिमा पर सबसे पहले ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास जी महाराज, गंगादास महाराज फलाहारी बाबा सहित चार पूर्व श्रीमहंतों की पादुका का पूजन किया गया। उसके बाद वर्तमान पंचकुइया पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज का गुरु पाद पूजन शिष्यों द्धारा किया। इस दौरान महाराजश्री ने गौसेवा करने का संकल्प भी दिलाया।

रविवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर सुबह 08 बजे गुरु गादी परंपरा के अनुसार इस मंदिर के प्रथम श्रीमहंत प्रहलादासजी महाराज, द्धितीय श्रीमहंत ठाकुरदासजी महाराज, तृतीय श्रीमहंत मोहनदासजी महाराज ,चतुर्थ श्रीमहंत बालमुकन्ददासजी महाराज और पांचवे श्रीमहंत महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास जी महाराज की चरण पादुका का पूजन पंचकुइया पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर राम गोपालदास महाराज सहित अन्य साधु संत और भक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया। इसके बाद महाआरती हुई। उसके पश्चात रामगोपालदास महाराज का वैदिक मन्त्रोच्चार से भक्तों द्धारा पाद पूजन किया गया। इस अवसर पर महाराजजी का तिलक लगाकर भक्तों ने आरती उतारी व भक्तों को गुरु दीक्षा मंत्र भी दिया गया।

महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज ने भक्तों से कहा कि जीवन में गौमाताओ की सेवा करने का संकल्प हर व्यक्ति को करना चाहिए, प्रतिदिन गौ माता का पूजन अर्चन करके गौ सेवा करना चाहिए। गुरू अन्धकार से प्रकाश की और ले जाने वाला होता है। जो भक्त गुरू की आज्ञा का पालन नही करता वह कभी तर नही पाता है। गुरू की आज्ञा का पालन करने वाला ही सच्चा भक्त होता है। महामंडलेश्वर रामगोपालदास महाराज ने गौमाताओं की सेवा करने का संकल्प दिलाया।

पूर्व गुरुओं का पूजन करते महामंडलेश्वर रामगोपाल दास महाराज।
पूर्व गुरुओं का पूजन करते महामंडलेश्वर रामगोपाल दास महाराज।

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गुरु पाद पूजन का सिलसिला सुबह 9 बजे से देर शाम तक लगातर चला। श्री राम मंदिर पंचकुइया आश्रम में गुरू गादी परंपरा का लगातर निर्वाह हो रहा है और निरंतर यह परंपरा का निर्वाह होता रहेगा। ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर लक्ष्मणदास जी महाराज पाचवें श्रीमहंत के रूप मे कई सदी से चली आ रही गुरू गादी परपंरा का निर्वाह कर रहे थे। अब महामंडलेश्वर रामगोपाल दास महाराज छठे श्रीमंत के रूप में 302 वर्षों से चली आ रही गुरु गादी परंपरा का लगातार निर्वाह कर रहे हैं। वह राम नाम की गुरू दक्षिणा देकर शिप्यो को गुरू की महिमा के पदचिन्हों पर चलने की शिक्षा दे रहे हैं। गुरु गादी का पूजन करने के लिए इंदौर सहित पूरे प्रदेश भर के भक्तों का जमावड़ा लगा। इस अवसर पर अवधेश महाराज, भरतदास महाराज, विधायक रमेश मेंदोला, नारायण अग्रवाल , हरिनारायण गोयल, रवि वर्मा,सनी शर्मा,मनोज शर्मा,प्रमोद जोशी, अभिषेक पांडे सहित अन्य मौजूद थे।

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