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एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर में 6 वर्षों में 100 बोन मैरो का सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट हुआ

इंदौर का महात्मा गांधी स्मृति मेडिकल कॉलेज  प्रदेश का एकमात्र ऐसा शासकीय चिकित्सा संस्थान बन गया है जहाँ बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की सफलता के 6 वर्ष की अवधि पूरी हो गई है। इन 6 वर्षों में यहाँ के चिकित्सकों द्वारा 100 रक्त जनित बीमारी के मरीजों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट करते हुये सफलतापूर्वक इलाज किया है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर द्वारा वर्ष 2018 में रक्त जनित कैंसर एवं रक्त जनित अन्य बीमारियों के इलाज हेतु बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी उच्च स्तरीय इलाज की सेवा शुरू की गई थी । मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर संजय दीक्षित और सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर सुमित शुक्ला ने बताया है कि  यहाँ 4 मार्च 2018 को पहला बोन मैरो ट्रांसप्लांट  किया गया था । अब तक 100 रक्त जनित बीमारी के मरीजों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट कर इलाज किया गया। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के समस्त शासकीय चिकित्सा संस्थानों में सिर्फ इंदौर एमजीएम मेडिकल कॉलेज ही एकमात्र चिकित्सा संस्थान है, जहां इस तरह की उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। 

      एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर की इस उपलब्धि पर सहयोगी संस्थाओं एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए 25 जुलाई 2024 को सुबह 11 बजे सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय इंदौर में सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम मुख्य अतिथि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीयविशेष अतिथि जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट एवं सांसद श्री शंकर लालवानीविधायक श्री गोलू शुक्लामहापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव की उपस्थिति में सम्पन्न होगा। कार्यक्रम में एम्स नई दिल्ली से डॉ. तुलीका सेठ भी उपस्थित रहेंगी।

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