Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर मंत्री द्वय श्री विजयवर्गीय तथा श्री सिलावट ने बीमार बच्चों के स्वास्थ्य की ली जानकारी

 

इंदौर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय तथा जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट गत रात्रि युगपुरूष धाम आश्रम और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों के बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिये।
            मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि बच्चों के इलाज में कोई भी कसर नहीं रखी जायेगी। पूर्ण स्वस्थ होने तक उनकी पूरी निगरानी और देख-रेख होगी। मंत्री द्वय के भ्रमण के दौरान महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गवसंभागायुक्त श्री दीपक सिंहकलेक्टर श्री आशीष सिंहमहात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
            कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि बीमार बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है। बच्चों के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। युगपुरूष धाम के ऐसे बच्चें जिन्हें बीमारी के कुछ लक्षण दिखाई दे रहे है उन्हें ऐहतियात के रूप में अस्पताल में तुरंत भर्ती कराया जा रहा है। स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है। जिले के अन्य आश्रमों और हॉस्टल पर भी विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिये गए है। व्यवस्थाओं की सुनिश्चितता के लिए आश्रम और हॉस्टलों में अधिकारियों को भेजा गया है। ए.डी.एम. श्री गौरव बेनल की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने जाँच आरंभ कर दी है।
      जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट आज सुबह पुन: युगपुरूष धाम आश्रम और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय पहुंचे और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मंत्री श्री सिलावट ने आज सुबह युगपुरूष धाम आश्रम के निरीक्षण के बाद बताया कि आश्रम में बच्चों के भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य के संबंध में सर्वोच्च सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों के इलाज के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। बच्चों को अगले दस दिनों तक बाहर से शुद्ध गुणवत्तापूर्ण खाना उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की जा रही है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा है कि युगपुरुष धाम आश्रम में रह रहें बच्चे विशेष आवश्यकता वाले बच्चे हैं, उनकी सेवा और परवरिश में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ