पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "आज देश के लिए बलिदान देने वाले अनगिनत 'आजादी के दीवाने' को श्रद्धांजलि देने का दिन है. यह देश उनका ऋणी है."
PM नरेंद्र मोदी लगातार 11वीं बार 15 अगस्त के दिन देश को संबोधित कर रहे हैं. 78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में किसानों और युवाओं का जिक्र किया है.
पीएम मोदी का भाषण:
पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "आज देश के लिए बलिदान देने वाले अनगिनत 'आजादी के दीवाने' को श्रद्धांजलि देने का दिन है. यह देश उनका ऋणी है."
"वो हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं..."
पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं. वो हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, हमारे नौजवानों के हौसले हैं, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं.
जरा आजादी से पहले के वो दिन याद करें. सैकड़ों साल की गुलामी और उसका हर कालखंड संघर्ष का रहा. युवा हो, किसान हो, महिला हो या आदिवासी हों... वो गुलामी के खिलाफ जंग लड़ते रहे. इतिहास गवाह है, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के पूर्व भी हमारे देश के कई आदिवासी क्षेत्र थे, जहां आजादी की जंग लड़ी जा रही थी.
प्राकृतिक आपदा पर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ''इस साल और पिछले कुछ सालों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंताएं बढ़ रही हैं. कई लोगों ने प्राकृतिक आपदा में अपने परिवार के सदस्यों, संपत्ति को खो दिया है. देश को भी नुकसान हुआ है. आज, मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं उन सभी को विश्वास दिलाता हूं कि संकट की इस घड़ी में यह देश उनके साथ खड़ा है."
"गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया"
लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा, "40 करोड़ देशवासियों ने दुनिया की महासत्ता को उखाड़कर फेंक दिया और गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया. हम तो 140 करोड़ हैं. अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर आजादी के सपनों को पूरा कर सकते हैं तो 140 करोड़ लोग अगर संकल्प लेकर चलें और एक दिशा में कदम से कदम और कंधे से कंधे मिलाकर चलें तो हर चुनौती को पार करते हुए समृद्ध भारत बना सकते हैं."
"2047 तक 'विकसित भारत' बन सकते"
लाल किले पर पीएम मोदी ने कहा, ''हमें गर्व है कि हमारे पास उन 40 करोड़ लोगों का खून है, जिन्होंने भारत से औपनिवेशिक शासन को उखाड़ फेंका...आज, हम 140 करोड़ लोग हैं, अगर हम संकल्प करें और एक दिशा में एक साथ आगे बढ़ें, तभी हम रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को पार करके 2047 तक 'विकसित भारत' बन सकते हैं.''
"देशवासी का संकल्प उसमें झलक रहा..."
देश की मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है, तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है. विकसित भारत 2047 सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है. देश के कोटि कोटि जनों के सुझाव लिए जा रहे हैं. देशवासियों से सुझाव मांगे हैं. मुझे खुशी है कि करोड़ों ने नागरिकों ने विकसित भारत 2047 के लिए करोड़ों सुझाव दिए. हर देशवासी का संकल्प उसमें झलक रहा है.
"गर्वर्नेंस के रिफॉर्म की जरूरत"
लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि हमारे किसान जो मोटा अनाज पैदा करते हैं, उस सुपर फूड को दुनिया के हर डायनिंग टेबल तक पहुंचाता है. कई लोगों ने सुझाव दिया कि देश में स्थानीय स्वराज की संस्थाओं से लेकर तमाम इकाइयों हैं, उसमें गर्वर्नेंस के रिफॉर्म की जरूरत है. न्याय व्यवस्था मे रिफॉर्म का सुझाव भी लोगों ने दिया है.
"लोगों के सुझावों में शासन में सुधार"
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए लोगों के सुझावों में शासन में सुधार, त्वरित न्याय प्रणाली, पारंपरिक दवाओं को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं. जल जीवन मिशन 15 करोड़ लाभार्थियों तक पहुंच चुका है.
"जब देश के सशस्त्र बल देश जब सर्जिकल स्ट्राइक करता..."
लाल किला से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हम कोरोना काल को कैसे भूल सकते हैं? हमारे देश ने दुनिया भर में सबसे तेजी से करोड़ों लोगों को वैक्सीन लगाई. ये वही देश है जहां आतंकवादी आते थे और हम पर हमला करते थे. जब देश के सशस्त्र बल देश जब सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है तो देश का युवा गर्व से भर जाता है, इसलिए आज देश के 140 करोड़ नागरिक गौरवान्वित होते हैं.”
"नागरिकों ने हमें अमूल्य सुझाव दिए"
मेरे देश के सामान्य नागरिकों ने हमें अमूल्य सुझाव दिए हैं. मैं समझता हूं, जब देशवासियों की इतनी विशाल सोच हो, उनके इतने बड़े सपने हों, देशवासियों की बातों में जब संकल्प झलकते हों, तब हमारे भीतर एक नया दृढ़ संकल्प बन जाता है, हमारे मन में आत्मविश्वास नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है.
"ग्रीनफील्ड शहरों का निर्माण हो..."
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत 2047 के लिए हमने देशवासियों से सुझाव आमंत्रित किए. हमें जो सुझाव मिले, वे हमारे नागरिकों के सपनों और आकांक्षाओं को दर्शाते हैं. कुछ लोगों ने भारत को कौशल राजधानी बनाने का सुझाव दिया, कुछ अन्य ने कहा भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाए और देश को आत्मनिर्भर बनाया जाए, शासन और न्याय प्रणाली में सुधार हो, ग्रीनफील्ड शहरों का निर्माण हो, क्षमता निर्माण हो, भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन हो - ये नागरिकों की आकांक्षाएं हैं... जब देश के लोग देश के इतने बड़े सपने हैं, ये हमारे आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं और हम और अधिक दृढ़ हो जाते हैं.
"नई आधुनिक प्रणाली बनाई जा रही है"
पीएम मोदी ने कहा कि चाहे वह पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, एमएसएमई, परिवहन, खेती और कृषि क्षेत्र हों, हर क्षेत्र में एक नई आधुनिक प्रणाली बनाई जा रही है. हम एकीकरण द्वारा सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर आगे बढ़ना चाहते हैं.
"नालंदा स्पिरिट को जगाना होगा..."
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में नई शिक्षा नीति व नालंदा विश्वविद्यालय का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बिहार में गौरव का इतिहास रहा है, यहां हमने नालंदा यूनिवर्सिटी का पुर्ननिर्माण किया है. नालंदा यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर से काम करना शुरू कर दिया है. लेकिन हमें शिक्षा के क्षेत्र में फिर से एक बार सदियों पुरानी उस नालंदा स्पिरिट को जगाना होगा.
भारत बैंकों की PM मोदी ने की तारीफ
लाल किले से पीएम मोदी ने कहा, "पहले लोग सुविधाओं के लिए सरकार से गुहार लगाते थे, अब उन्हें सुविधाएं दरवाजे पर मिलती हैं. हमारे द्वारा चुना गया सुधार का मार्ग विकास का खाका बन गया है. भारतीय बैंकों की गिनती अब दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में की जाती है. सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अस्थायी प्रशंसा या मजबूरियों के कारण नहीं है, बल्कि देश को मजबूत करने का संकल्प इसका कारण है.
"रिफॉर्म्स का हमारा रास्ता एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट"
PM मोदी ने कहा कि हमें एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी और हमने जमीन पर बड़े सुधार पेश किए. मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता गुलाबी कागज के संपादकीय तक सीमित नहीं है. सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता किसी के लिए नहीं है. हमारी रिफॉर्म प्रक्रिया किसी मजबूरी के तहत नहीं है, ये देश को मजबूत करने के इरादे से है. इसलिए, मैं कह सकता हूं कि रिफॉर्म्स का हमारा रास्ता एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है, यह बदलाव केवल वाद-विवाद क्लबों, बौद्धिक समाजों और विशेषज्ञों के लिए चर्चा का विषय नहीं है. हमने राजनीतिक मजबूरियों के लिए ऐसा नहीं किया. हमारा एक ही संकल्प है- राष्ट्र प्रथम.''
"हमारे CEO की दुनिया में धाक"
लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस बात का भी गर्व है की हमारे CEO दुनिया भर के अंदर अपनी धाक जमा रहे हैं. एक तरफ भारत के CEO भारत का नाम बढ़ा रहे हैं, वहीं 1 करोड़ सामान्य परिवार की महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. दोनों ही गर्व की बात हैं.
देश के युवाओं से क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे देश का युवा अब धीरे-धीरे चलने का इरादा नहीं रखता है. मेरे देश का युवा धीरे-धीरे आगे बढ़ने में विश्वास नहीं रखता है. मेरे देश का युवा छलांग लगाने के मूड में है, छलांग लगाने और कुछ हासिल करने के मूड में है. नए लक्ष्य हासिल करने के मूड में हैं. मैं कहना चाहूंगा कि यह भारत के लिए एक स्वर्ण युग है, अगर हम इसकी तुलना वैश्विक स्थिति से करें तो भी यह एक स्वर्ण युग है... हमें इस अवसर को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए. इस अवसर के साथ, अपने सपनों और संकल्पों के साथ, हम विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम होंगे.'
"अंतरिक्ष क्षेत्र जीवंत होता जा रहा है..."
अंतरिक्ष क्षेत्र पर PM मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र एक महत्वपूर्ण पहलू है. हमने इस क्षेत्र में कई सुधार किए हैं. आज कई स्टार्टअप इस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. अंतरिक्ष क्षेत्र जो जीवंत होता जा रहा है, भारत बनाने की दिशा में एक आवश्यक तत्व है एक शक्तिशाली राष्ट्र। हम एक दीर्घकालिक विचार के साथ इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसे ताकत दे रहे हैं."
"हमने गवर्नेंस के मॉडल को बदला"
लाल किला से पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा. सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो. लेकिन हमने गवर्नेंस के इस मॉडल को बदला. आज सरकार खुद लाभार्थी के पास जाती है. आज सरकार खुद उसके घर तक गैस का चूल्हा, पानी, बिजली और आर्थिक मदद पहुंचाती है. आज सरकार खुद नौजवानों के skill development के लिए अनेक कदम उठा रही है.
"निश्चित परिणाम हम प्राप्त करके रहते हैं.."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने सपना देखा है कि 2047 विकसित भारत के सपने में सामान्य मानवीय की जिंदगी में सरकार की दखल कम हो, जहां सरकार की जरूरत हो वहां अभाव न हो और सरकार का बिना कारण प्रभाव भी न हो. जब नीति सही होती है, नीयत सही होती है और पूर्ण समर्पण से राष्ट्र का कल्याण मंत्र होता है तो निश्चित परिणाम हम प्राप्त करके रहते हैं.
लाल किले से 'प्रधान जी' से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या मांगा?
पीएम मोदी ने कहा कि रिफॉर्म की बात करते हैं, देश में आज करीब करीब 3 लाख संस्थाएं काम कर रही हैं. पंचायतें और नगर पालिकाएं इसमें शामिल हैं. उन्होंने आह्वान किया कि आप साल में अपने स्तर पर दो रिफॉर्म करें, उसे जमीन पर उतारें, तो देखते ही देखते हम साल में 25 से 30 लाख रिफॉर्म कर सकते हैं. इससे आम आदमी का जीवन बहुत आसान हो जाएगा.
चाहे वह हमारा किसान हो, हमारा जवान हो, हमारे नौजवानों का हौसला हो, हमारे माता-बहनों का योगदान हो, दलित, शोषित, वंचित या पीड़ित हो,अभावों के बीच भी स्वतंत्रता के प्रति उसके निष्ठा, लोकतंत्र के प्रति उनकी श्रद्धा यह पूरे विश्व के लिए एक प्रेरक घटना है. मैं आज ऐसे सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं.
अब हमने SHGs को 10 लाख से 20 लाख रुपये देने का निर्णय किया है. अब तक 9 लाख करोड़ रुपये बैंकों के माध्यम से हमारे इन women SHGs को मिले हैं, जिसकी मदद से वो अपने अनेक वित्तीय कामों को बढ़ा रहे हैं.
"इकॉनमी को सबसे तेजी से बेहतर..."
लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में देश की इकॉनमी को सबसे तेजी से बेहतर बनाने वाला कोई देश है, तो वह भारत है. तब लगता है कि हमारी दिशा सही है. जब जात, पात, मत पंथ से ऊपर उठकर हर घर तिरंगा लहराता है तो तब लगता है हमारी दिशा सही है. आज पूरा देश तिरंगा, हर घर तिरंगा है, न कोई जात है, न कोई पात है.
"मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें बनाई जाएंगी"
भाषण के दौरान PM मोदी ने ने कहा कि अगले पांच वर्षों में, भारत के मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें बनाई जाएंगी. विकसित भारत 2047 भी 'स्वस्थ भारत' होना चाहिए और इसके लिए हमने राष्ट्रीय पोषण मिशन शुरू किया है.
सेमीकंडक्टर पर क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर जुड़ा हुआ है. हमने सेमीकंडक्टर मिशन पर काम शुरू किया. अब सेमीकंडक्टर का उत्पादन भी भारत में होगा. हम एंड-टू-एंड समाधान विश्व को देने का सामर्थ्य रखते हैं.
PM मोदी ने कहा कि लोगों के जीवन में सरकार का दखल कम हो, इस दिशा में भी हमने काम किया है. हमने देशवासियों के लिए 1,500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि कानूनों के जंजाल में देशवासियों को फंसना न पड़े.
"रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे हैं"
पीएम मोदी ने कहा कि हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे हैं. आज रक्षा उपकरण निर्माण में हमारी अपनी पहचान है. भारत रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है.
"नागरिक को न्याय' के भाव को हमने प्रबल बनाया"
PM मोदी ने कहा कि सदियों से हमारे पास जो criminal law थे, उन्हें हम न्याय संहिता के रूप में लाए हैं. इसके मूल में 'दंड नहीं, नागरिक को न्याय' के भाव को हमने प्रबल बनाया है. मैं हर स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों और जन-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि हमें मिशन मोड में जीवन जीने में आसानी के लिए कदम उठाने चाहिए.
"निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं..."
पीएम ने कहा कि आज दुनिया की कई बड़ी कंपनियां और निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं. यह एक सुनहरा अवसर है. मैं राज्य सरकारों से आग्रह करता हूं कि वे निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पष्ट नीतियां बनाएं और सुशासन और कानून व्यवस्था की स्थिति का आश्वासन दें. उन्हें अधिकतम निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. उनकी नीतियों को वैश्विक आवश्यकताओं के अनुसार बदला जाना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि जब लाल किले से यह है कहां जाए कि हमारे 3 करोड़ परिवार ऐसे हैं जिनके घर में नल से जल मिलता है. आवश्यक है हमारे परिवारों को पीने का शुद्ध पानी पहुंचे. जल जीवन मिशन के तहत कम समय में नए 12 करोड़ परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत नल से जल पहुंच रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कौन लोग वंचित थे, इन व्यवस्थाओं से कौन पीछे रह गए थे. समाज की अग्रिम पंक्ति के लोग इन अभावों में नहीं जीते थे बल्कि दलित, पीड़ित, शोषित, आदिवासी झोपड़ी वाले में रहने वाले लोग इन अभावों में जी रहे थे. हमने अनेक ऐसी प्राथमिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जो प्रयास किया है उनका परिणाम मिला है.
"महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो"
पीएम मोदी ने कहा कि हमें गंभीरता से सोचना होगा. हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है. इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो. राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है.
"देश के नौजवानों को विदेश न जाना पड़े"
PM मोदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत हम देश में ऐसी शिक्षा व्यवस्था विकसित करना चाहते हैं कि मेरे देश के नौजवानों को विदेश न जाना पड़े, मध्यमवर्गीय परिवारों को लाखों-करोड़ रुपये खर्च न करने पड़ें. हम यहां ऐसे संस्थानों का निर्माण करना चाहते हैं जहां विदेशों से लोग भारत आएं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने बहुत तेज गति से 5जी शुरू किया, हम यहीं नहीं रुके बल्कि हम मिशन मोड पर 6जी तकनीक पर काम कर रहे हैं.
ओलंपिक पर लाल किले से क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे साथ वो युवा भी हैं, जिन्होंने Olympics में भारत का झंडा ऊंचा लहराया. मैं 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से हमारे सभी एथलीटों और खिलाड़ियों को बधाई देता हूं. अगले कुछ दिनों में...'' भारत का विशाल दल पैरालंपिक में भाग लेने के लिए पेरिस रवाना होगा. मैं अपने सभी पैरालंपियनों को शुभकामनाएं देता हूं. भारत द्वारा बड़े पैमाने पर जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने से यह साबित हो गया है कि भारत बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करने की क्षमता रखता है. 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना भारत का सपना है, हम उसके लिए तैयारी कर रहे हैं."
"कुछ लोग भारत का भला सोच नहीं सकते.."
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम संकल्प के साथ बढ़ तो रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि कुछ लोग होते हैं, जो प्रगति देख नहीं सकते हैं. कुछ लोग भारत का भला सोच नहीं सकते हैं. देश को ऐसे लोगों से बचना हो. ऐसे मुट्ठी भर निराशा के गर्त में डूबे हुए लोग, जब उनकी गोद में विकृति पलती है तो वह विनाश और सर्वनाश का कारण बन जाती है. ऐसे छुटपुट निराशावादी तत्वों को समझना चाहिए.
बांग्लादेश पर क्या बोले पीएम मोदी
भारत हमेशा बांग्लादेश की प्रगति का शुभचिंतक रहेगा. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुई हिंसा से दुखी हूं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि करीब 10 करोड़ नई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परिवार के फैसले लेने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बन गई हैं तथा व्यापक सामाजिक बदलाव लाने में योगदान दे रही हैं.
आजादी की वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले (Red Fort) से 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे. इस भव्य समारोह का अवलोकन करने के लिए लगभग 6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. हाल में संपन्न पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को भी समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.
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