भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और रेलवे में समन्वय नहीं होने से इंदौर-खंडवा हाईवे प्रोजेक्ट पर बलवाड़ा में ब्रेक लग गया है। रेलवे द्वारा ट्रैक की डिजाइन में बदलाव के चलते 2 किलोमीटर हिस्से में जमीन अधिग्रहण का पेंच फंस गया है। मामला सामने आने के बाद जमीन अधिग्रहण का नोटिफिकेशन कर दावे-आपत्ति सुनना शुरू किया है। प्रशासन का दावा है कि जमीन अधिग्रहण एक महीने में पूरा कर लेंगे। 34 किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट में 70 फीसदी काम हो चुका है। जनवरी 2025 डेडलाइन है।
इंदौर-खंडवा हाईवे प्रोजेक्ट का काम जनवरी 2023 में शुरू हुआ था। 30 फीसदी काम अभी बाकी है। प्रोजेक्ट शुरू होने के करीब 20 महीने बाद नई अड़चन सामने आई है। दरअसल, बलवाड़ा के पास महू-खंडवा रेलवे लाइन गुजर रही है। हाईवे इस रेल लाइन के ऊपर से गुजरेगा। रेलवे ने अपना प्लान बीच में बदल दिया।
रेलवे ने पहले 10 डिग्री का एंगल देते हुए डिजाइन बनाई थी, लेकिन फिर उसे बदलकर 37 डिग्री कर दिया। इससे 5 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण फिर से करना पड़ रहा है। इसी रेलवे लाइन की भविष्य में डबलिंग भी होना है। जब रेलवे ने स्पष्ट किया कि वे बदली हुई डिजाइन के हिसाब से ही काम करेंगे, तब जाकर जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू की गई। उधर, जमीन अधिग्रहण के मामले में रेलवे अफसरों का कहना है कि हमने डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया है। देरी एनएचएआई की तरफ से हुई थी।
- 2023 जनवरी में प्रोजेक्ट शुरू
- 2025 जनवरी डेडलाइन
- 34 किलोमीटर लंबाई है
- 1163 करोड़ रुपए लागत आएगी
- 30 फीसदी काम अभी बाकी है
एक अड़चन यह भी... आरओबी की स्ट्रक्चरल ड्राइंग भी मंजूर नहीं इस अधूरे हिस्से में एक और अड़चन है। यहां रेलवे ओवरब्रिज बनना है लेकिन अभी तक रेलवे की तरफ से स्ट्रक्चरल ड्राइंग की मंजूरी नहीं आई है। ड्राइंग मुंबई में हेड ऑफिस स्तर पर अटकी है। जैसे ही अप्रूवल मिलेगा, जमीन अधिग्रहण होगा और काम शुरू हो पाएगा।
पहले भी इसीलिए काम रुका था प्रोजेक्ट में दूसरी बार है, जब जमीन अधिग्रहण का पेंच फंसा है। इससे पहले भेरूघाट गांव का नक्शा ही विभाग के पास नहीं था। तब भी जमीन अधिग्रहण देरी से हुआ था, क्योंकि राजस्व विभाग के पास सही रिकॉर्ड ही नहीं था। हालांकि अब उस हिस्से में किसानों को भुगतान हो चुका है और अब काम शुरू कर दिया है।
प्रोजेक्ट पूरा होते ही भेरूघाट ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएगा इंदौर-खंडवा हाईवे प्रोजेक्ट में इंदौर से बलवाड़ा के बीच काम पूरा होते ही सबसे बड़ा फायदा भेरूघाट सेक्शन में ब्लैक स्पॉट खत्म होने के रूप में मिलेगा। यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। इसके अलावा इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में अभी 3 से साढ़े 3 घंटे लगते हैं। यह सफर 2 से ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा।
डिजाइन के चलते अड़चन आई ^रेलवे ने पहले 10 डिग्री का एंगल देते हुए डिजाइन बनाई थी। फिर उसे बदलकर 37 डिग्री कर दिया। इस कारण जमीन अधिग्रहण में बदलाव हुआ है। मानसून सीजन खत्म होने तक जमीन मिल जाएगी। उसके बाद काम शुरू करेंगे। - सुमेश बांझल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, NHAI
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