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विनम्र बने रहेंगे, तो लोग आपकी बात सुनेंगे

  • किताबों से जानिए, कब आपके सारे तर्क बेकार हो जाते हैं? खराब आदतें कैसे गायब की जाती हैं?बैठकर चर्चा करने से दूर हो सकते हैं सारे मतभेद

अगर हममें धैर्य है, स्पष्टता से भावनाएं व्यक्त करने की इच्छा है और बैठकर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, तो हम अपने मतभेदों को दूर कर लेंगे। अगर किसी मनुष्य के दिल में आपके प्रति दुर्भावना है, तो आप तर्कों के सहारे उससे अपनी बात नहीं मनवा सकते। जरूरी नहीं कि वे आपसे सहमत हों। परंतु अगर हम उनके प्रति विनम्र और दोस्ताना व्यवहार करें, तो शायद हम उनसे अपनी बात मनवा भी सकते हैं। 

अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना सीखें उत्तेजित होकर आप सफल नहीं हो सकते। अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना जरूरी है। बात करने से पहले विचार करें। जितना ज्यादा आप खुद को तैयार कर लेंगे, उतना कम उत्तेजित होंगे। बातचीत के दौरान यदि आप परेशान हों, तो ठहर जाएं और वजह पर विचार कर रणनीति बना लें। बातचीत पूरी होने पर अपने अंदर से नकारात्मकता बाहर करें और सकारात्मक बातों पर अपना ध्यान केंद्रित करें। 

जीत के लिए नहीं, तो प्रयास के लिए बधाई दें काम में असफलता सामान्य बात है। केवल प्रयास के लिए सच्ची सराहना करनी चाहिए। तारीफ उस व्यक्ति को मिलना चाहिए जो संघर्ष करता है, जिसका चेहरा धूल और पसीने से लथपथ होता है, जो बहादुरी से प्रयास करता है, जो गलतियां करता है और बार-बार असफल होता है। जब कोई व्यक्ति पूरी कोशिश करने के बाद भी असफल होता है, तो उसे उसके प्रयास के लिए बधाई देना अच्छी आदत है। 

बुरी आदतों का पालन-पोषण करना छोड़ दें किसी बुरी आदत को छोड़ने का एक अच्छा तरीका है उसे पालना छोड़ दें। छोड़ने का मतलब है दृढ़ता से संकल्प लेना कि आप आगे उस चीज से संबंध नहीं रखेंगे, जो आपको नुकसान पहुंचा रही है। परिस्थितियां बदलती हैं। जरूरी नहीं अतीत में जो कारगर था वह आज प्रभावी हो। पुरानी आदतें छोड़ नए तरीके अपनाएं। उच्चतम की इच्छा रखें। जब उच्चतम की आदत पड़ जाती है, तो खराब आदतें गायब हो जाती हैं।


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