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डीएवीवी की पीएचडी; पांच डिसिप्लिन को किया शामिल:दो स्तरीय चयन प्रक्रिया, स्क्रीनिंग यूनिवर्सिटी करेगी, सिलेक्शन कमेटी यूजीसी की रहेगी

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) क्वालिटी रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए अब ऐसे युवा शोधकर्ताओं का सम्मान करेगा जिन्होंने अपने रिसर्च के माध्यम से अपने अध्ययन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान द्वारा पीएचडी प्राप्त की है। इस संबंध में यूजीसी ने सभी कुलपतियों के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी है। इसके तहत विश्वविद्यालयों को ऐसे शोधार्थियों की लिस्टिंग करनी होगी। इसके लिए टू लेवल स्क्रीनिंग की जाएगी और यूनिवर्सिटी को स्क्रीनिंग कमेटी गठित करनी होगी।

यूजीसी के द्वारा अवार्डेड पीएचडी पर एक स्टडी की गई है। इसमें यह तथ्य सामने आए कि 2010-11 तक 77,798 शोधार्थियों ने पीएचडी में एडमिशन लिया जिनकी संख्या 2018 में दोगुनी हो गई। इस साल 1.61 लाख ने एडमिशन लिए। 2011 से 2018 तक की अवधि में हर साल इसमें दस प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। जिन रिसर्चर्स ने साइंसेस (एग्रीकल्चर और मेडिकल साइंस सहित), इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, सोशल साइंसेस, इंडियन लैंग्वेज, काॅमर्स एंड मैनेजमेंट में पीएचडी की है वे इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। ये शोधार्थी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, स्टेट यूनिवर्सिटी, डीम्स और प्राइवेट यूनिवर्सिटी के हो सकते हैं।

हर डिसिप्लिन में दो साइटेशन इसके तहत प्रत्येक डिसिप्लिन में दो साइटेशन को शामिल किया जाएगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी पार्टिसिपेशन का पैमाना भी तय किया गया है। यूनिवर्सिटी नैक से एक्रीकेटेड होनी चाहिए इसी के साथ छात्रों के लिए भी मानदंड निर्धारित किए गए हैं। पीएचडी वर्क से संबंध में रिसर्च पब्लिकेशन, यूजीसी के नियमों के अनुसार पीएचडी अवार्ड होनी चाहिए।

5 थीसिस के लिए नामांकन कर सकेंगे

कोई भी यूनिवर्सिटी पांच थीसिस के लिए नामांकन कर सकेगी। इस तरह से पांच डिसिप्लिन के लिए एक-एक पीएचडी शामिल है। यह पिछले साल 1 से 31 दिसंबर तक अवार्ड होनी चाहिए। हर साल यह अवार्ड 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर दिया जाएगा। इसके लिए 1 जनवरी से पोर्टल ओपन कर दिया जाएगा। 31 मार्च नॉमिनेशन की अंतिम तारीख रहेगी। 1 अगस्त को यूजीसी की सिलेक्शन कमेटी विजेताओं के नामों की अनुशंसा करेगी। इसके बाद 5 सितंबर को साइटेशन सेरेमनी होगी। यूनिवर्सिटी को यूजीसी के एप्लीकेशन पोर्टल पर आवेदन करना होगा।

यह रहेगी दो स्तरीय चयन प्रक्रिया यूजीसी ने दो स्तरीय चयन प्रक्रिया तय की है। इसके तहत यूनिवर्सिटी लेवल पर स्क्रीनिंग कमेटी बनेगी और सिलेक्शन कमेटी यूजीसी लेवल पर होगी।

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