कलेक्टर नेहा मीना के प्रयासों से जिले के कुपोषित बच्चों को कुपोषण के कुचक्र से मुक्त कराने हेतु कुपोषण मुक्त झाबुआ अभियान की शुरुआत की गयी जिसमें नवाचार के तौर पर मोटी आई के माध्यम से बच्चों की देखभाल निरंतर रूप से की जा रही है। कुपोषण मुक्त झाबुआ के सकारात्मक परिणाम नजर आने लगे है। परियोजना मेघनगर के ग्राम ढाढनिया की शिवानी मोटी आई की देखभाल से गंभीर कुपोषण श्रेणी से सामान्य श्रेणी में पहुंची। परियोजना मेघनगर के ग्राम ढाढनिया की आंगनवाड़ी केन्द्र ढाढनिया-2 में शिवानी माता अंजुला पिता शेतान जो की अत्यन्त ही गंभीर कुपोषण श्रेणी में थी। जिसका वजन मात्र 3.1 किग्रा और लम्बाई 56 सेमी थी। कार्यकर्ता प्रेमलतला बोरा द्वारा जब बच्ची के कुपोषित होने का पता चला उसी वक्त बच्ची के घर जा कर बच्ची के माता-पिता से बातचीत की तथा बच्ची को तुरन्त हॉस्पिटल रेफर करने की सलाह दी, परेशानी तब सामने आई जब शिवानी के दादा-दादी से बातचीत के दौरान यह पता चला कि शिवानी की माता की मानसिक स्थिति ठीक नही होने तथा इसी स्थिती में शिशु को जन्म देना एवं उसका पालन पोषण करना एक प्रकार की चुनौती थी। जब इतनी परेशानी चल ही रही थी उसी समय बच्ची की माता का शरीर पर गर्म पानी गिरने से पूरी तरह जल चुका था। माता का शरीर पूरी तरह जल जाने से माता ने शिवानी को अपना दुध नही पिलाया जिस कारण से बालिका शिवानी गंभीर कुपोषण का शिकार हुई थी किन्तु आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा शिवानी की देखभाल एवं समय पर आवश्यकता अनुसार सेवाएं एवं ग्रह भेट कर शिवानी का ध्यान रखा गया तथा घर पर बुढ़ी दादी को ध्यान हेतु सलाह दी गई। बालिका का पिता हर समय केवल नशा करता है तथा घर की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता था इस कारण शिवानी की पूरी जिम्मेदारी बुढ़ी दादी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने ली।
इसी के चलते 09 अगस्त 2023 को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने शिवानी को एनआरसी मेघनगर में एडमिट किया, जिससे शिवानी की तबीयत में काफी हद तक सुधार हुआ लेकिन समस्या अभी भी खत्म नहीं हुई थी। एनआरसी से लौटने के बाद कुछ समय शिवानी का स्वास्थ्य अच्छा रहा। किन्तु 7-8 माह बाद शिवानी की हालत खराब हुई और वजन में गिरावट हुई तभी झाबुआ जिले के कलेक्टर नेहा मीना के निर्देशानुसार “कुपोषण मुक्त झाबुआ” के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों की नियमित देख भाल हेतु एक “मोटी आई” नवाचार द्वारा शिवानी के लिए भी एक मोटी आई नियुक्ति की गई जिसका नाम सामा वसुनिया है जो की आंगनवाड़ी केन्द्र के पास ही निवास करती है। मोटी आई को शिवानी की पिछली पुरानी सभी समस्या के बारे में बताया गया तथा मोटी आई शिवानी को जानती थी। मोटी आई सामा को आयुष विभाग के द्वारा तेल मालिश का प्रशिक्षण दिया गया साथ ही कुपोषित बच्चें की देखभाल के संबंध में प्रशिक्षण देकर शिवानी के स्वास्थ्य की देखभाल का दायित्व सौंपा गया। समय-समय पर मोटी आई ने तेल मालिश की शिवानी के पोषण की देखभाल की पहले शिवानी मोटी आई सामा के पास आने से घबराती थी। लेकिन नियमित तेल मालिश करने एवं रोज-रोज शिवानी के साथ रहने से शिवानी मोटी आई से काफी घुल मिल गई तथा मोटी आई के हाथो से खाना खाने लगी और बहुत ही खुश रहने लगी। शिवानी की दादीजी इन सभी सेवाओं के लिए हमारे कलेक्टर नेहा मीना का हृदय से धन्यवाद करना चाहती है। दादी का कहना है अगर मेरी पोती को इतनी सेवा नही मिलती तो मेरी पोती आज भी कुपोषण की शिकार रहती है। आज शिवानी 7 किलो एवं लम्बाई 68.5 सेमी है जो कि सामान्य श्रेणी में आ चुकी है।
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